ePaper

साक्षी मलिक का कुश्ती से संन्यास, कहा- WFI का नया चीफ बृजभूषण का करीबी,

भारत को 2016 रियो ओलंपिक में पदक दिलाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक अब मैट पर लड़ती हुई नजर नहीं आएंगी. साक्षी मलिक ने गुरुवार को कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है. बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद ही उन्होंने यह फैसला लिया. साक्षी मलिक समेत तमाम महिला पहलवानों ने WFI के पूर्व चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. महिला पहलवानों के समर्थन में पुरुष पहलवानों ने भी प्रोटेस्ट किया था. संजय सिंह के फेडरेशन का चुनाव जीतने पर साक्षी मलिक के अलावा विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने भी निराशा जाहिर की है.पिछले 11 महीनों से विवादित रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) को गुरुवार को नया अध्यक्ष मिल गया है. पिछली बॉडी में जॉइंट सेक्रेटरी रहे संजय सिंह नए अध्यक्ष बने हैं. संजय सिंह फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के करीबी और सहयोगी माने जाते हैं. इस बीच रेसलर साक्षी मलिक ने बड़ा ऐलान किया है. साक्षी मलिक ने कहा कि बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के फेडरेशन चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कुश्ती छोड़ दी है. अब रिंग में नहीं लौटेंगी.वहीं, बजरंग पूनिया ने कहा, “खेल मंत्रालय ने वादा किया था कि फेडरेशन में WFI से अलग का कोई आदमी आएगा. जिस तरह पूरे तंत्र ने काम किया उससे मुझे नहीं लगता कि बेटियों को न्याय मिलेगा. हमारे देश में कोई न्याय नहीं बचा है वह केवल कोर्ट में मिलेगा, हमने जो लड़ी लड़ी आने वाली पीढ़ी को और लड़नी पड़ेगी. सरकार ने जो वादा किया पूरा नहीं किया.”WFI अध्यक्ष पद पर संजय सिंह की जीत के बाद ​​बृजभूषण शरण सिंह का खेमा ‘दबदबा है, दबदबा रहेगा’ के पोस्टर लहराता नजर आया. नई दिल्ली में बृजभूषण सिंह के आवास, 21 अशोका रोड के बाहर भी पोस्टर लगाए गए थे. इन पर लिखा- ‘दबदबा है, दबदबा रहेगा. यह तो भगवान ने दे रखा है.’ WFI का नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद संजय सिंह ने कहा, “जिनको कुश्ती करनी है, वो कुश्ती करें. जिनको राजनीति करनी है, वो राजनीति करें.” उन्होंने कहा कि आगे बच्चों के लिए कैंप लगाए जाएंगे. उनका साल खराब नहीं होने दिया जाएगा. ओलिंपिक में जाने वाले पहलवानों की तैयारी कराई जाएगी.बता दें कि WFI के नए अध्यक्ष संजय सिंह यूपी रेसलिंग फेडरेशन और राष्ट्रीय कुश्ती संघ में पदाधिकारी रह चुके हैं. 2019 में WFI की कार्यकारी कमेटी में वह जॉइंट सेक्रेटरी चुने गए थे. संजय सिंह मूल रूप से यूपी में चंदौली एरिया के झांसी गांव के रहने वाले हैं. इसी साल जनवरी में कुछ महिला पहलवानों ने WFI के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इन आरोपों के बाद विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और संगीता फोगाट सहित देश के टॉप रेसलर अध्यक्ष को हटाने की मांग पर धरना करने लगे. इस विवाद के बाद इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने WFI को भंग करते हुए एडहॉक कमेटी बनाकर उसे WFI के नए पदाधिकारियों के चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंप दी. एडहॉक कमेटी ने 12 अगस्त को मतदान की तारीख तय कर दी थी.

Instagram
WhatsApp