गुवाहाटी, 30 अगस्त 2024: एचएसबीसी, ग्रामीण डेवलपमेंट फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और अपफ्रंट के साथ साझेदारी में सा–धन असम के कामरूप जिले के चायगांव, बोको और लोहारू ब्लॉक में 26 से 31 अगस्त, 2024 तक छह दिवसीय डिजिटल वित्तीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कर रहा है। यह पहल “डिजिटल समावेशन बाधाओं को दूर करने के लिए डिजिटल समाधान सक्षम करना“ शीर्षक चल रही परियोजना का हिस्सा है, जो 2022 से समुदाय और एमएफआई ऋण अधिकारियों के लिए डिजिटल क्षमता का निर्माण कर रही है।
एचएसबीसी और विभिन्न क्षेत्रीय भागीदारों के समर्थन से, सा-धन ने पिछले चरण में छह राज्यों- पश्चिम बंगाल, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब, महाराष्ट्र और राजस्थान को कवर करते हुए पूरे भारत में सफलतापूर्वक अपनी पहुंच का विस्तार किया है। “इस परियोजना ने 58,884 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभार्थियों को लाभान्वित किया है और डिजिटल वित्तीय साक्षरता को अपनाने में सात भागीदार संस्थानों की सहायता की है, जो इसकी सफलता और आगे के उच्च संभावनापूर्ण विकास क्षमता का एक प्रमाण है”, सा–धन के उप निदेशक चंदन कुमार ने कहा।
चंदन कहते हैं, “असम के कामरूप जिले में स्थित तीन ब्लॉकों के 10 गांवों के 110 प्रतिभागियों को शामिल करके 23-24 अप्रैल, 2024 को एक आधारभूत सर्वेक्षण किया गया था, जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई: सभी प्रतिभागियों के पास बैंक खाते होने के बावजूद 67% के पास डेबिट कार्ड नहीं हैं, 93% पीओएस मशीनों से अपरिचित हैं, और 85% के पास स्मार्टफोन होने के बाद भी 59% यूपीआई का उपयोग नहीं करते हैं।“
वर्तमान व्यापक रूप से चल रही प्रशिक्षण कार्यक्रम में बचत खातों, डिजिटल भुगतान, एटीएम कार्ड का उपयोग, भीम इंटरफ़ेस और धोखाधड़ी की रोकथाम सहित कई विषयों को शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य डिजिटल सेवाओं को अपनाने की कम दर, तकनीकी अस्थिरता, बुनियादी ढांचे की कमी और धोखाधड़ी के जोखिम जैसी चुनौतियों का समाधान करके कामरूप के ग्रामीण क्षेत्रों के 500 से अधिक एमएफआई ग्राहकों को सशक्त बनाना है। कार्यशाला के अंतिम दिन में ऑन-ग्राउंड ऋण अधिकारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण शामिल होगा ताकि ग्राहकों को प्रभावी ढंग से समर्थन देने की उनकी क्षमता को बढ़ाया जा सके।
सा-धन, विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में बैंक रहित समुदायों और महिलाओं के लिए वित्तीय समावेशन के साथ साथ डिजिटल वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी समुदायों के पास डिजिटल वित्तीय सेवाओं तक पहुँचने और उनसे लाभ उठाने के लिए उपकरण और ज्ञान हो, उसी को सुनिश्चित करने की दिशा में इस पहल के तहत कदम बढ़ाया गया है।
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