गोरखपुर, 11 अप्रैल, 2025:* आज मुंबई में आयोजित “बेहतर अवसंरचना, बेहतर प्रौद्योगिकी, बेहतर रेलगाड़ियां” विषय पर मीडिया से बातचीत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता को संबोधित किया और महाराष्ट्र में रेलवे के बुनियादी ढांचे में परिवर्तनकारी प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने मुंबई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क पर विशेष ध्यान देने के साथ आधुनिकीकरण, बेहतर यात्री अनुभव और बेहतर क्षेत्रीय संपर्क के लिए भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
बेहतर अवसंरचना:
केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने इस बात पर बल दिया कि अवसंरचना का विकास उपनगरीय सेवाओं को बढ़ाने के लिए आधारशिला है। उन्होंने कहा कि लगभग 17,000 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाएँ, 300 किलोमीटर से अधिक नई लाइनों को कवर करती हैं और वर्तमान में तीव्र गति से चल रही हैं। इन पहलों का उद्देश्य मौजूदा लाइनों पर भीड़भाड़ कम करना, सेवा आवृत्ति में सुधार करना और मुंबई के उपनगरीय यात्रियों की लगातार बढ़ती माँग को पूरा करना है।
बेहतर प्रौद्योगिकी:
श्री वैष्णव ने कवच 5.0 के आगामी शुभारंभ की घोषणा की, जो उपनगरीय खंड के लिए तैयार की गई अत्याधुनिक सुरक्षा और सिग्नलिंग प्रणाली है। कवच 5.0 से अंतर-रेलगाडी हेडवे में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है, जिससे अधिक रेलगाडियां सुरक्षित और कुशलतापूर्वक चल सकेंगी।
बेहतर रेलगाडियां:
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए एक बड़े सुधार के अंतर्गत, जल्द ही 238 नए वातानुकूलित उपनगरीय रेक शुरू किए जाएंगे। इन रेकों को मुंबई के यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अनोखे ढंग से डिज़ाइन किया गया है, जो अधिक आरामदायक और भरोसेमंद यात्रा का वादा करते हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस ने यह भी बताया कि मुंबई वन कार्ड जल्द ही शुरू किया जाएगा, जो उपनगरीय रेलगाड़ियों, मेट्रो रेल, मोनो-रेल, बेस्ट बसों आदि में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एमएमआर क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन को बदलने के लिए एकल और एकीकृत कार्ड है।
इस बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और रोलिंग स्टॉक की उन्नति से उपनगरीय सेवाओं की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे लाखों मुंबई वालों के लिए दैनिक परिवहन में परिवर्तनकारी सुधार होगा।
रचनात्मक क्षेत्र में राष्ट्रीय महत्व का पहला भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान, मुम्बई में स्थापित किया जाएगा और यह भारतीय रचनात्मक उद्योग के लिए एक परिवर्तनकारी कदम होगा, जिससे यह विश्व स्तरीय अवसंरचना केन्द्र बन जाएगा।
महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण रेल परियोजनाएँ:
बातचीत के दौरान गोंदिया-बल्लारशाह रेलवे लाइन के दोहरीकरण की एक प्रमुख घोषणा थी, जो 4,819 करोड़ रुपये के निवेश से 240 किलोमीटर का महत्वपूर्ण गलियारा है। यह प्रमुख परियोजना विदर्भ और मराठवाड़ा को जोड़ती है, जिससे भीड़भाड़ कम होगी और यात्री तथा माल ढुलाई में तेज़ी आएगी। यह आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ महाराष्ट्र के रेल संपर्क को भी मज़बूत करेगी, जिससे क्षेत्रीय व्यापार और एकीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
इस प्रमुख बुनियादी ढाँचे को बढ़ावा देने की घोषणा 7 अप्रैल, 2025 को की गई थी, जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति ने 18,658 करोड़ रुपये (लगभग) की कुल लागत वाली रेल मंत्रालय की चार परियोजनाओं को स्वीकृति दी थी।
श्री वैष्णव ने आज कहा कि यह परिवर्तनकारी परियोजना उत्तर और दक्षिण भारत के बीच यात्री और माल ढुलाई संपर्क बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। स्वीकृत परियोजना में 240 किलोमीटर लंबे मौजूदा रेल ट्रैक के साथ व्यापक उन्नयन शामिल है, जिसमें 29 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण, 36 प्रमुख पुलों, 338 छोटे पुलों और 67 रोड अंडर-ब्रिज (आरयूबी) का निर्माण शामिल है, ताकि परिचालन को सुव्यवस्थित किया जा सके और सुरक्षा बढ़ाई जा सके।
श्री वैष्णव ने कहा, “इस दोहरीकरण से उत्तर और दक्षिण भारत के बीच संपर्क में काफी सुधार होगा। क्षेत्र के आकांक्षी जिलों में तेजी से विकास होगा।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह यात्रियों और रेल लॉजिस्टिक्स पर निर्भर उद्योगों दोनों के लिए एक बड़ा बदलाव होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस उन्नयन से क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा।
अन्य उल्लेखनीय रेलवे परियोजनाओं में शामिल हैं:
इसके अलावा, अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पूरे महाराष्ट्र में 132 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इस पहल के अंतर्गत देश भर में 1,300 स्टेशनों में से कई का काम पूरा होने वाला है, जबकि कई अन्य पर महत्वपूर्ण प्रगति की सूचना मिली है।
भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण:
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट रेलगाड़ी, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और बड़े पैमाने पर स्टेशन पुनर्विकास कार्यों के साथ-साथ ये महत्वाकांक्षी उपक्रम महाराष्ट्र में परिवहन में क्रांति लाने के लिए तैयार हैं।
भारतीय रेलवे ने राज्य में अभूतपूर्व 1,73,804 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो राष्ट्रीय रेल नेटवर्क में महाराष्ट्र के रणनीतिक महत्व और इसके भविष्य के विकास पथ को रेखांकित करता है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस वर्ष मई के महीने में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटन के मद्देनजर विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) की तैयारियों के महत्व को रेखांकित किया। श्री फडणवीस ने कहा कि भारतीय रेलवे द्वारा महाराष्ट्र को रिकॉर्ड बजट आवंटन का महत्व और गोंदिया – बल्लारशाह स्टेशनों के बीच रेलवे लाइन के दोहरीकरण से क्षेत्र को लाभ हुआ। उन्होंने आईआरसीटीसी द्वारा जल्द ही छत्रपति शिवाजी महाराज और यशस्वी मराठा पर्यटन रेलगाड़ी चलाने की भी घोषणा की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के अन्य सांस्कृतिक और तीर्थ स्थलों के साथ-साथ छत्रपति शिवाजी महाराज के गौरवशाली इतिहास और भव्य विरासत को प्रदर्शित करने के लिए भारत गौरव पर्यटन रेलगाड़ी द्वारा 10 दिनों की यात्रा के लिए एक विशेष रूप से तैयार की गई यात्रा की भी घोषणा की।