मालीगांव, 26 दिसंबर, 2024:
भारतीय रेल में पहली बार, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे ने ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) और पावर सप्लाई इंस्टॉलेशन (पीएसआई) सहित विद्युतीकरण बुनियादी अवसंरचना के अनुरक्षण के लिए इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड के साथ समझौता
ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर एक नई पहल की शुरूआत की। इस समझौता ज्ञापन पर 26 दिसंबर, 2024 को पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के महाप्रबंधक श्री चेतन कुमार श्रीवास्तव और इरकॉन के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री एच.एम. गुप्ता ने हस्ताक्षर किए। इरकॉन एक प्रतिष्ठित संगठन है, जो 1976 से भारत और विदेशों में विशेष रूप से दुर्गम इलाकों में चुनौतीपूर्ण बुनियादी अवसंरचना परियोजनाओं के निष्पादन के लिए जाना जाता है। इस समझौता ज्ञापन में लामडिंग और तिनसुकिया मंडलों में ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) और पावर सप्लाई इंस्टॉलेशन (पीएसआई) के अनुरक्षण का उल्लेख है। लामडिंग और तिनसुकिया मंडल का विद्युतीकरण कार्य तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। अधिकांश सेक्शन पहले से ही विद्युतीकृत हैं और शेष 425 आरकेएम जून, 2025 तक चालू किए जाने का लक्ष्य है। सेक्शनों के तेजी से चालू होने के कारण, विद्युतीकरण कार्यों के अनुरक्षण में कई गुना बढ़ोतरी हुई है, जिसके लिए निर्दिष्ट अनुरक्षण और ब्रेकडाउन मामलों में प्रशिक्षित और अनुभवी रेल कर्मियों की आवश्यकता है क्योंकि इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन प्रत्यक्ष रूप से ट्रेन परिचालन से संबंधित है। पू. सी. रेलवे में विद्युतीकरण का कार्य एक नए चरण में है और रेलवे प्राधिकारियों ने अनुबंध के रूप में 02 वर्ष की अवधि के लिए सेक्शनों के अनुरक्षण और ब्रेकडाउन की देखभाल के लिए इरकॉन को शामिल करने का निर्णय लिया है, जो व्यवस्थित अनुरक्षण की दिशा में एक अनुकरणीय कदम है।
यह समझौता ज्ञापन पू. सी. रेलवे के लिए जानकारियों के आदान-प्रदान और विद्युतीकरण के बुनियादी