16 अगस्त, 2024
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के डॉ. जाकिर हुसैन पुस्तकालय ने 12 अगस्त, 2024 को राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस मनाया और जामिया के छात्रों, संकाय सदस्यों और शोधार्थियों के लिए “ व्यवस्थित समीक्षा पत्र की योजना किस प्रकार बनाएँ और लिखें” विषय पर कार्यशाला आयोजित की। यह कार्यक्रम भारत में पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एस.आर. रंगनाथन की 132वीं जयंती के उपलक्ष्य में मनाया गया। इस दिवस को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसका संचालन इस कार्यक्रम की संयोजक डॉ. प्राची शुक्ला, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष ने की। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यशाला के अध्यक्ष डॉ. विकास सीतारामजी नागराले, विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष, डॉ. सूफियान अहमद, कार्यशाला के सह-अध्यक्ष और उप पुस्तकालयाध्यक्ष; और डॉ. शहबाज हुसैन नकवी, कार्यशाला के सह-अध्यक्ष और एसोसिएट प्रोफेसर, एलआईएस, द्वारा डॉ. एस.आर. रंगनाथन को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई।
विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. विकास सीतारामजी नागराले ने कार्यशाला के मुख्य संरक्षक प्रो. मोहम्मद शकील, कार्यवाहक कुलपति, जा मि इ और संरक्षक श्री एम. नसीम हैदर, कार्यवाहक कुलसचिव, जा मि इ को डॉ. जाकिर हुसैन पुस्तकालय को इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए उनके निरंतर समर्थन एवं प्रोत्साहन के लिए अपना आभार व्यक्त किया। डॉ. नागराले ने डॉ. एसआर रंगनाथन द्वारा बताए गए पुस्तकालय विज्ञान के पांच नियमों पर बल दिया और समकालीन पुस्तकालयाध्यक्षता में उनके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने एलआईएस छात्रों से डॉ. एसआर रंगनाथन के आदर्श दर्शन का अनुसरण करने का आग्रह किया। विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष ने कार्यशाला के संयोजक डॉ. प्राची शुक्ला, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष और डॉ. कशिश फातिमा, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष के साथ-साथ सह-संयोजक डॉ. जमील अहमद, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष तथ श्री जोहान एम. मीर, सूचना वैज्ञानिक और डॉ. जाकिर हुसैन पुस्तकालय के सभी स्टाफ सदस्यों द्वारा कार्यक्रम की शानदार व्यवस्था और संचालन के लिए किए गए प्रयासों की भी प्रशंसा की। कार्यशाला के सह-अध्यक्ष डॉ. सुफियान अहमद ने पुस्तकालय विज्ञान के सार के रूप में उपयोगकर्ता और उपयोगकर्ता सेवाओं के बारे में बताया। कार्यशाला के सह-अध्यक्ष डॉ. शहबाज हुसैन नकवी ने भी सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस की शुभकामनाएं दीं।
छात्रों ने कार्यक्रम में बहुत उत्साह एवं जोश के साथ भाग लिया। इस पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियाँ शामिल थीं, जैसे पोस्टर मेकिंग , कोलाज मेकिंग , उद्धरण लेखन , प्रश्नोत्तरी, व्याख्यान और अन्य मजेदार गतिविधियाँ। पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस समारोह के उपरांत “ व्यवस्थित समीक्षा पत्र की योजना किस प्रकार बनाएँ और लिखें” पर ऑनलाइन कार्यशाला हुई। केएसए के दम्मन के इमाम अब्दुल बिन फैसल विश्वविद्यालय के अनुसंधान सहायता लाइब्रेरियन डॉ. शकील अहमद ने कार्यशाला विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया। अपने व्याख्यान में डॉ. अहमद ने व्यवस्थित समीक्षा और मेटा विश्लेषण, व्यवस्थित समीक्षा के चरण, डी-डुप्लीकेशन एवं स्क्रीनिंग कैसे करें, शैक्षणिक सहायता हेतु महत्वपूर्ण कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपकरणों के उपयोग पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रामाणिक डेटाबेस के बारे में भी बताया जहाँ कोई बल्क डाउनलोडिंग कर सकता है।
जामिया के विभिन्न संकायों, विभागों और केंद्रों से बड़ी संख्या में शोधार्थियों एवं संकाय सदस्यों ने हाइब्रिड मोड में कार्यशाला में भाग लिया। यह कार्यशाला जामिया के शैक्षणिक समुदाय को अनुसंधान सहायता सेवा प्रदान करने के लिए डॉ. जाकिर हुसैन पुरस्तकालय के प्रयासों का हिस्सा थी।
कार्यक्रम का समापन प्रश्नोत्तर सत्र तथा कार्यशाला की संयोजक डॉ. कशिश फातिमा द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।