नई दिल्ली, नवंबर 29 2024: राजधानी के भारत मंडपम में 06 दिसम्बर से पूर्वोत्तर राज्यों के तीन दिवसीय अष्टलक्ष्मी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में अष्टलक्ष्मी महोत्सव की जानकारी दी।
“अष्टलक्ष्मी” की अवधारणा से प्रेरित यह उत्सव पूर्वोत्तर के आठ राज्यों—अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, और त्रिपुरा—की समृद्धि और विविधता को उजागर करेगा। महोत्सव का उद्देश्य इन राज्यों की कला, शिल्प, वस्त्र, भौगोलिक संकेत (GI) उत्पादों और उद्यमशीलता प्रतिभा को प्रदर्शित करना है। यह मंच कारीगरों, उद्यमियों, निवेशकों और अन्य भागीदारों के बीच गहरे संबंध स्थापित करने के साथ-साथ पूर्वोत्तर को रचनात्मकता और अवसरों के केंद्र के रूप में बढ़ावा देगा। महोत्सव में बायर-सेलर मीट के जरिए स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को व्यापक बाजार तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भारत मंडपम में 06 से 08 दिसम्बर तक आठ राज्यों – असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और सिक्किम के अलग अलग थीम पर पवेलियन बनाये जाएंगे। मुगा सिल्क और एरी सिल्क के दो पंडाल अलग से लगाए जाएंगे। हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों के लिए एक जीआई पवेलियन भी होगा।
सिंधिया ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों के संगीत की शाम भी होगी, जिसमें शिलांग के बैंड एवं कई संगीत समूह शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर एक डाक टिकट जारी किया जाएगा। पूर्वी एशिया के विभिन्न देशों के राजनयिकों को भी आमंत्रित किया जाएगा। हर राज्य के उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर क्षेत्र को विकसित भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में विकसित करने की इच्छा रखते हैं। यह आसियान देशों के लिए भारत का द्वार है। आने वाले समय में इस महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने की कोशिश की जाएगी।