01 अक्टूबर, 2024 :
रेल मंत्रालय अपनी स्थापना के बाद से हर साल सच्ची भावना के साथ स्वच्छता पखवाड़ा मना रहा है। भारतीय रेल परिवहन का एक पर्यावरण अनुकूल साधन है और यह स्वच्छ एवं हरित पर्यावरण को बढ़ावा देने में हमेशा अग्रणी रहा है। इस वर्ष, भारतीय रेल 01 अक्टूबर से 15 अक्टूबर,2024 तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाएगा।
इस वर्ष, स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर, भारतीय रेल 17 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 तक ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता’ की थीम पर स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) 2024 अभियान भी मना रहा है। 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस मनाया जाएगा। स्वच्छता की भागीदारी, संपूर्ण स्वच्छता एवं स्वच्छता लक्षित इकाई और सफाई मित्र सुरक्षा शिविर/शिविरों पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। स्वच्छता के लिए 20,135 स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) की पहचान की गई है, स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान भारतीय रेल पर विभिन्न स्वच्छता संबंधी गतिविधियों वाले 48,739 कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं और 26,524 जन भागीदारी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसके अलावा, भारतीय रेल में सफाई मित्रों की भलाई के लिए 2,080 सफाई मित्र सुरक्षा शिविर/स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किए गए हैं।
आज, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड श्री सतीश कुमार ने 1 अक्टूबर 2024 को रेल भवन, नई दिल्ली के कॉन्फ्रेंस हॉल से स्वच्छता शपथ दिलाकर स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का उद्घाटन किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेलवे फील्ड इकाइयों के वरिष्ठ स्तर के अधिकारी भी उपस्थित थे और उन्होंने अपनी-अपनी फील्ड इकाइयों में स्वच्छता पखवाड़ा का उद्घाटन किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड ने रेलवे अधिकारियों को अपने परिवेश को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया और आग्रह किया कि हमें स्वच्छता प्रथाओं को केवल इस पखवाड़े के अभियान के दौरान ही सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि पूरे वर्ष भर चलना चाहिए। उन्होंने पिछले दशक में स्वच्छता पर महाप्रबंधक/मंडल रेल प्रबंधक द्वारा किए गए अच्छे काम की भी सराहना की और अधिकारियों को व्यापक स्थानों पर निरीक्षण/औचक जांच करने/सफाई की निगरानी/जांच के लिए नमूना आकार एकत्र करने और प्रभावी स्क्रैप निपटान पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
सभी रेलवे फील्ड इकाइयों को स्वच्छता पखवाड़ा मनाने के लिए एक दैनिक गतिविधि कार्यक्रम भी प्रदान किया गया है। स्टेशन के निकटवर्ती क्षेत्रों में स्थित रेलवे ट्रैक और शहरी/अर्धशहरी क्षेत्रों में आने वाले ट्रैक के आसपास के क्षेत्रों की सफाई, नालियों और शौचालयों की सफाई, रेलवे कॉलोनियों, रेलवे भवनों/प्रतिष्ठानों आदि की सफाई पर ध्यान दिया जाएगा। व्यापक जागरूकता अभियान की भी योजना है लोगों को जैव-शौचालय के उपयोग, एकल उपयोग प्लास्टिक से बचने और स्वच्छता की आदतों का पालन करने आदि के बारे में शिक्षित करने के लिए जन उद्बोधन प्रणाली के माध्यम से डिजिटल मीडिया/सार्वजनिक घोषणा के माध्यम से किया जाएगा।
लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए रेलवे बोर्ड के अधिकारियों द्वारा एक नाटक प्रदर्शन का आयोजन किया गया। “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को लगभग 2000 पौधे वितरित किए गए। ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड द्वारा पुरस्कृत किया गया। स्वच्छता गतिविधियों में लगे रेलवे बोर्ड के कर्मियों के लिए एक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया जिसमें लगभग 120 कर्मियों को शामिल किया गया।
भारतीय रेल हमेशा ऐसे अभियानों को ‘संपूर्ण सामाजिक दृष्टिकोण’ के तहत चलाने का प्रयास करता है, जिसमें ‘स्वच्छता को हर किसी का व्यवसाय’ बनाने के लिए लोगों की भागीदारी पर जोर दिया जाता है।