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26 साल की हुई ये पार्टी, 23 साल से सत्ता में…मोदी लहर में भी नहीं हिलीं जड़ें

ओडिशा की सत्ता की पर पिछले 23 साल से काबिज बीजू जनता दल (बीजेडी) मंगलवार को अपना स्थापना दिवस मना रही है. सत्तारूढ़ बीजेडी का गठन 26 साल पहले 26 दिसंबर, 1997 को हुआ था. मंगलवार को राज्य भर में पार्टी के हजारों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ‘नबीन’ (नया) ओडिशा बनाने का संकल्प लिया. पार्टी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने पिता बीजू पटनायक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. उन्हीं के नाम पर पार्टी का नाम रखा गया था. बीजेडी का गठन अप्रैल, 1997 में बीजू पटनायक के निधन के बाद हुआ था. पार्टी के उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा, बीजेडी के राज्य मुख्यालय ‘संखा भवन’ में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य और इसके लोगों के लिए निस्वार्थ भाव से काम करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करने की शपथ ली. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने समारोह में कहा, मुझे बीजेडी का एक अनुशासित सदस्य होने पर गर्व है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ओडिशा के विकास के वास्तुकार हैं और मैं राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक सैनिक के रूप में काम करूंगा. मैं राज्य की वैध मांगों के लिए लड़ूंगा. मैं एक समृद्ध, सशक्त और स्वाभिमानी नए ओडिशा के निर्माण के लिए काम करने की प्रतिज्ञा लेता हूं. देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सुशासन दिया है और ओडिशा विकास के पथ पर है. उन्होंने कहा कि 26 साल पहले नवीन पटनायक ने कई अन्य पूर्ववर्ती जनता दल (जेडी) नेताओं के साथ मिलकर बीजेडी की स्थापना की थी. एक क्षेत्रीय पार्टी के रूप में बीजेडी हमेशा यह दावा करती रही है कि वह वास्तविक मांगों के लिए लड़ रही है. ओडिशा में बीजेडी साल 2000 से सत्ता में है और नवीन पटनायक लगातार पांच बार मुख्यमंत्री रहे हैं. हालांकि बीजेडी ने बीजेपी के साथ राज्य में अपनी पहली सरकार बनाई. लेकिन 2009 के विधानसभा चुनावों से पहले उसने बीजेपी से अपना संबंध तोड़ लिया और 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में 103 सीटें जीतीं. 2014 के चुनाव में बीजेडी ने अपना प्रतिनिधित्व बढ़ाकर 117 कर लिया और 2019 के चुनाव में 112 सीटें जीतीं. इस साल 5 मार्च को नवीन पटनायक को ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में 23 वर्ष हो गए. अभी तक वह भारत की इतिहास में लगातार मुख्यमंत्री बने रहने के रिकॉर्ड में दूसरे स्थान पर हैं. सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के नाम सर्वाधिक 1994 से 2019 तक 24 साल 165 दिन का रिकॉर्ड है, जो उन्होंने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय ज्योति बसु के रिकॉर्ड को तोड़ कर अपने नाम किया था. ज्योति बसु 1977 से 2000 के बीच लगातार 23 वर्ष 137 दिन तक मुख्यमंत्री रहे थे. नवीन पटनायक की पढ़ाई देहरादून और दिल्ली में हुई. 2000 में मुख्यमंत्री बनने तक उनका ज्यादातर जीवन दिल्ली में ही गुजरा. वह अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी और फ्रेंच भाषा धाराप्रवाह बोलते हैं.

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