कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर महिला रेजिडेंट डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के विरोध में लगातार 11 दिन की हड़ताल के बाद शुक्रवार को एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, लोकनायक, जीबी पंत सभी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर ड्यूटी पर लौट आए। इससे एम्स सहित सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा व नियमित सेवा सामान्य हो गई है। इससे अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की भीड़ भी बढ़ गई। अस्पतालों में ओपीडी पंजीकरण के लिए मरीजों की बढ़ी कतार। 11 दिन बाद अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर ड्यूटी पर लौटे। हड़ताल के कारण अस्पतालों की ओपीडी में 55 से 70 प्रतिशत मरीज कम हो गए थे। क्योंकि कंसल्टेंट स्तर के डॉक्टर ज्यादातर पुराने मरीज ही देख रहे थे। नए मरीज अधिक नहीं देखे जा रहे थे। इस वजह से मरीजों की परेशानी बढ़ गई थी। अस्पताल में स्टेबल मरीज भर्ती नहीं लिए जा रहे थे। इस वजह से नियमित सर्जरी बिल्कुल ठप हो गई थी। इस वजह से अस्पतालों में सर्जरी 90 प्रतिशत तक कम हो गई थी। सिर्फ गंभीर मरीज भर्ती लिए जा रहे थे। इस वजह से सर्जरी भी गंभीर मरीजों की ही हो पा रही थी। अब नियमित सर्जरी भी शुरू कर दी गई है।
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