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10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम बेहतर लाने जिले में चल रहा प्रयास

धमतरी, 29 नवंबर 

10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा का वार्षिक परिणाम बेहतर लाने के लिए जिले में लगातार प्रयासकिए जा रहे हैं। इसी क्रम में जिला शिक्षा विभाग ने मिशन अव्वल अभियान शुरू किया है। मासिक टेस्ट परीक्षा में 80 प्रतिशत अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी, इसके लिए शिक्षा विभाग की पहल शुरू हो गई है। जल्द ही ऐसे विद्यार्थियों के लिए कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी। हालांकि मेरिट सूची में लाना किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं कमजोर बच्चों के लिए शिक्षा रूट चार्ज बनाया गया है। अतिरिक्त क्लास लगाकर इन बच्चों को नोट्स तैयार कराने पहल होगी।

पिछले सत्र में 10वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम 72.71 प्रतिशत और 12वीं का 82.89 प्रतिशत रहा। जिले का रिजल्ट संतोषप्रद रहा, लेकिन जिले से एक भी विद्यार्थियों का नाम मेरिट सूची में नहीं आया। यह स्थिति वर्ष 2023-24 में न हो, इसलिए जिला शिक्षा विभाग पहले से तैयारी कर रहे हैं और जिले के विद्यार्थियों को मेरिट सूची में लाने के लिए मिशन अव्वल अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक स्कूलों में तैयारी करा रहे हैं। अभियान के तहत प्रत्येक शासकीय हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों में एक माह की पढ़ाई के बाद छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक आंकलन के लिए पाठ्यक्रम पर आधारित बोर्ड परीक्षा के ब्लू प्रिंट को आधार मानते हुए 25 नंबरों का टेस्ट परीक्षा लिया गया है। दिसंबर-जनवरी माह में फिर से छात्रों का आंकलन टेस्ट होगा, इसके लिए समय-सारिणी भी घोषित कर दी गई है। मिशन अव्वल अभियान के तहत एक जनवरी से 10वीं-12वीं बोर्ड का प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित किया जाएगा। एक जनवरी से पांच जनवरी तक परीक्षा आयोजित होगी। फरवरी माह में प्री-बोर्ड-टू परीक्षा का आयोजन होगा। इसमें छात्रों का आंकलन कर उन्हें बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। विद्यार्थियों को तीन वर्गाें में विभाजित करके तैयारी कराई जाएगी। टेस्ट परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियों को तीन वर्गाें में बांटा जाएगा। 80 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रथम श्रेणी में रखा गया है। 70 प्रतिशत अंक वाले छात्र-छात्राओं को द्वितीय और 50 प्रतिशत अंक वाले छात्र-छात्राओं को तृतीय श्रेणी में रखा गया है। इन छात्रों के लिए कैटेगिरी के हिसाब से अलग-अलग कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी। बोर्ड परीक्षा के लिए यह नवाचार है। उपचारात्मक शिक्षा के अंतर्गत यह पहल की जा रही है। इसके लिए पीएलसी समिति भी गठित की गई है। बैठक कर नवाचार के कार्यों की समीक्षा भी गई है, जिसका सकारात्मक परिणाम मिला है। हाई और हायर सेकंडरी के करीब दो सौ विद्यार्थी गणित, अंग्रेजी समेत अन्य कठिन विषयों में पारंगत हुए हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी बृजेश वाजपेयी ने बताया कि -12वीं बोर्ड परीक्षा में बेहतर अंक लाने मिशन अव्वल अभियान शुरू की गई है। टेस्ट परीक्षा ली जा रही है। प्री-बोर्ड परीक्षा भी आयोजित की जाएगी। ऐसा करके विद्यार्थियों को मेरिट के आधार पर तैयारी कराई जा रही है।

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