कृषि में उद्यमियता की अपार संभावनाएं, बेरोजगार युवक उठाए फायदा : कुलपति कम्बोज
एबिक सेंटर में ‘कृषि एवं खाद्य प्रणाली में समावेशी व्यवसाय’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन
हिसार, 12 दिसंबर
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय और इन्वेस्ट इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को एग्रीबिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर (एबिक) में ‘कृषि एवं खाद्य प्रणाली में समावेशी व्यवसाय’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की जबकि संयुक्त राष्ट्र की एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (यूएनओ) के योजना अधिकारी इग्रनोसियो ब्लैंकों, आर्थिक मामलों के अधिकारी मार्ता पेरेज व परियोजना अधिकारी इशराक फजल मौजूद रहे।
संयुक्त राष्ट्र की एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (यूएनओ) के आर्थिक मामलों के अधिकारी मार्ता पेरेज ने बताया कि यह संगठन हरियाणा व तेलगांना में हकृवि और इन्वेस्ट इंडिया के संयुक्त सहयोग से कृषि एवं खाद्य प्रणाली में समावेशी व्यवसाय विषय पर किसानों के हित और आमदनी बढ़ाने के लिए योजनाएं तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत उपरोक्त दोनों प्रदेशों के किसानों के संसाधनों का खर्चा कम करने व उनको आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उद्यमियों को समृद्ध बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने अपने संबोधन में समावेशी व्यवसाय विषय पर काम कर रहे उद्यमियों व किसानों के लिए विश्वविद्यालय की ओर से उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एबिक सेंटर न केवल चयनित स्टार्ट अप्स को तकनीकी सहायता प्रदान कर रहा है बल्कि जरूरत के अनुसार उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान करता है। एबिक युवा व किसानों को उनके उत्पाद की प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन, पैकेजिंग, सर्विसिंग व ब्रांडिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सहायता प्रदान करता है ताकि वे अपने व्यवसाय को उच्च स्तर पर स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय हर जिले में स्थापित कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से ग्रामीण व शहरी महिलाओं, युवाओं व प्रदेश के किसानों को स्वावलम्बी, समृद्ध और आर्थिक रूप से संपन्न बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि एचएयू प्रदेश के 6 लाख किसानों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत ने कहा कि हकृवि द्वारा तैयार उन्नत फसल किस्मों के माध्यम से किसान लगातार पैदावार बढ़ा रहा है। साथ ही हैफेड किसानों के बासमती चावल के निर्यात करने में हर संभव प्रयास कर रहा है। हरियाणा सरकार के विदेशी सहकारिता विभाग के सलाहाकर पवन चौधरी ने कहा कि हरियाणा प्रदेश पूरे भारतवर्ष में उद्यमियों को समस्त सुविधाएं मुहैया करवाने में अव्वल है। इस अवसर पर कुलपति के ओएसडी एवं एबिक के डायरेक्टर डॉ. अतुल ढींगड़ा, प्रिंसीपल इन्वेस्टीगेटर (आरकेवीवाई) डॉ. राजेश गेरा सहित इंटेलिकेप ग्रुप, एफपीओ, नाबार्ड व अन्य बैंकों के अधिकारीगण, एग्रोनेक्सट एवं एबिक सेंटर के सदस्य भी उपस्थित रहे।