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श्रृद्धा पूर्वक मनायी गयी डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयन्ति

अलीगढ़, 14 अप्रैल रजनी रावत। विकास क्षेत्र लोधा के अर्न्तगत कम्पोजिट विद्यालय बिनूपुर में प्रभारी प्रधानाध्यापक महेश चन्द्र राजपूत की अध्यक्षता में भारत रत्न ,संविधान शिल्पी,विधिवेत्ता,राजनीतिज्ञ,सिम्बल ऑव् नॉलेज,दलितों,पिछ्ड़ों के मसीहा,डॉ० भीमराव अम्बेडकर की जयन्ति श्रृद्धा पूर्वक मनायी गयी। इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाध्यापक महेश चन्द्र ने संविधान शिल्पी भारत रत्न डॉ० भीमराव अम्बेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर व्यापक प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष का दायित्व निभाते हुए सभी के सहयोग से बाबा साहिब ने विश्व के सबसे बड़े संविधान का निर्माण 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में करके कीर्तिमान स्थापित किया।  प्रधानाध्यापिका प्रमिला आर्य ने कहा कि डॉ० भीमराव अम्बेडकर की शैक्षिक उपलब्धि का अच्छे-अच्छे लोहा मानते हैं। दलितों, पिछड़ों, शोषितों के सामाजिक स्तर के उन्नयन हेतु संवैधानिक आरक्षण व्यवस्था उन्हीं की देन है। तीन दर्जन से अधिक विषय पर गहन अध्ययन एवं शोध किया। उन्हें सिम्बल ऑफ नॉलेज भी कहा जाता है। सहायक अध्यापिका हिमानी ने कहा कि संविधान शिल्पी, समाज सुधारक, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ प्रथम कानूनं एवं न्याय मंत्री का व्यक्तित्व आज भी प्रासंगिक है। हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।सहायक अध्यापिका ममता ने कहा कि डॉ० भीमराव अम्बेडकर ने दलितों से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। किसानों, मजदूरों, महिलाओं के अधिकारों का प्रबल समर्थन किया। इस अवसर पर निवेदिता वार्ष्णेय,रश्मि चौधरी, शैलीभारत, सुरेन्द्रपाल सिंह,पूजा माहौर ने भी विचार व्यक्त किये ।
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