शाहपुरा, 01 जनवरी
नवगठित शाहपुरा जिला मुख्यालय में वर्ष 2024 नयी सौगातें लेकर आ रहा है। विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद राज्य सरकार के आने वाले बजट में भजनलाल शर्मा की सरकार यूं तो कई सौगातें देगी ही। उससे पूर्व शाहपुरा में बन रहे जिला चिकित्सालय की सौगात तो बहुत जल्द मिलने वाली है। 30 करोड़ की लगात से बन रहा जिला चिकित्सालय का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसका क्षेत्रफल 4425 स्वायर मीटर है। इसके शीघ्र ही पूरा होने पर इसे जनता को समर्पित कर दिया जायेगा। नववर्ष के पहले दिन सोमवार को इस निर्माण कार्य के साइट इंजिनियर मुकेश सिंह राठौड़ के अनुसार युद्व स्तर पर कार्य कराया जा रहा है। शीघ्र ही निर्माण कार्य पूरा होते ही जनता को समर्पित कर दिया जायेगा।
शाहपुरा में वर्ष 2023 में ही सरकार ने सेटेलाइट हाॅस्पिटल को जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत कर दिया था। शाहपुरा मूल के निवासी आईएएस वैभव गालरिया के प्रयासों से इसके निर्माण के लिए विभिन्न मदों से राशि स्वीकृति होते ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया जो अगले वर्ष के प्रथम तिमाही में पूरा होने की संभावना है। वो स्वयं अभी भी इस कार्य पर निगरानी रखे है।
दो मंजिला जिला चिकित्सालय का भवन बनकर तैयार हो रहा है। पीएमओ डा. अशोक जैन बताते है कि यह भवन में तीन वर्गो में बांटा जा सकता है। ओपीडी ब्लाॅक, मुख्य प्रवेश एवं आपातकालीन सेवा। आपातकालीन सेवा ब्लाॅक में 21 कमरे व एक हाॅल है। इसी के साथ ओटी जोन में 14 कमरे व लाॅबी है। ब्लड बैंक जोन भी यहीं है। मेन एंट्रेस ब्लाॅक में चार बड़े वार्ड है। प्रत्येक वार्ड 23 बैड लग सकेगें। इसके अलावा आईसीयू ब्लाॅक ग्रांउड फ्लोर व फस्र्ट फ्लोर पर है जहां दस दस बैड लगेगें। ओपीडी बलाॅक में 26 रूम है जहां चिकित्सक बैठेगें। रोगियो ंके बैठने का स्पेश अलग से है।
36 चिकित्सकों की मिलेगी सेवाएं–शाहपुरा जिला चिकित्सालय बन जाने व उसका उद्घाटन होने तक यहां स्वीकृत सभी 36 चिकित्सकों के पदों को भरने का कार्य किया जायेगा। शाहपुरा विधायक लालाराम बैरवा बताते है कि उनके निर्वाचन के बाद राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत निर्मित जिला चिकित्सालय का औपचारिक उद्घाटन समारोह पूर्वक कराया जायेगा। यहां पर सभी चिकित्सकों के पदो ंको भराने के साथ ही विशिष्ट सेवाओं के चिकित्सकों को भी लगाया जायेगा। अभी वर्तमान में केवल 11 चिकित्सक ही सेवा दे रहे है। भवन बनने के साथ ही शाहपुरा की आवश्यकता के मुताबिक इसमें बैड संख्या 250 कराने की भी व्यवस्था करायेंगें तथा यहां पर ट्रोमा वार्ड बनाने तथा चिकित्सकों के क्वार्टर बनाने, पुराने भवन में मातृ शिशु कल्याण केंद्र खोले जाने की घोषणा भी सरकार से करायेगें क्योंकि शाहपुरा अब नेशनल हाईव से जुड़ चुका है।
पांच करोड़ रू की राशि तो राजपरिवार द्वारा प्रदत्त भूखंडों के विक्रय से मिली–शाहपुरा में सेटेलाइट चिकित्सालय भवन की घोषणा के समय शाहपुरा राजपरिवार की ओर से कोठी आहता में पड़े भूखंड सरकार को सशर्त भेंट किये गये थे कि इनके विक्रय से प्राप्त राशि का उपयोग भवन निर्माण तथा बाद में चिकित्सालय संचालन के लिए लिया जायेगा। उन भूखंडों से सरकार को पांच करोड़ की राशि की प्राप्ति हुई है।
डायलिसिस सेवा तो कर दी है प्रांरभ–शाहपुरा के जिला चिकित्सालय की घोषणा के बाद शीघ्र ही यहां पर डायलिसिस सेवा तो प्रांरभ कर दी है। एसडीएफसी बैंक ने सीएसआर के तहत 45 लाख रू की लागत से डायलिसिस यूनिट को तैयार कराया है। इसे एचडीएफसी के कलस्टर हेड गौरव नागपाल ने पीडब्लूडी के शासन सचिव आईएएस वैभव गालरिया के निर्देश पर प्रांरभ कर दी है। जिसका लाभ शाहपुरा के वाशिंदों को मिल रहा है।