गोरखपुर, 13 दिसम्बर, 2023: पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो रेल अधिकारियों श्री सत्यदेव पाठक, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/लखनऊ तथा श्री महेन्द्र सिंह, वर्क्स मैनेजर प्लान्ट/यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर एवं तकनीशियन श्री सावन कुमार भारती, तकनीशियन/सवारी माल डिब्बा, कोचिंग डिपो/ऐशबाग, लखनऊ को रेलवे बोर्ड स्तर पर अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2023 में पुरस्कृत करने हेतु चयनित किया गया है, जिन्हें 15 दिसम्बर,2023 को नई दिल्ली में आयोजित 68वें केन्द्रीय रेल सप्ताह समारोह ‘अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2023‘ में सम्मानित किया जायेगा।
श्री सत्यदेव पाठक, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/लखनऊ ने अपने नवोन्मेषी तरीकों से रेल राजस्व की बचत कराई। श्री पाठक ने मेंटेनेन्स की उच्च कोटि की पद्धति को अपनाकर टेªन संचलन में संरक्षा को सुदृढ़ किया। इन्होंने नान-इण्टरलॉकिंग कार्यों के समय संरक्षा के उच्च कोटि के मानकों का पालन करते हुये सिगनलिंग व्यवस्था सुनिश्चित की, जिससे नान-इण्टरलॉकिंग कार्यों के दौरान भी टेªन परिचालन न्यूनतम प्रभावित हुआ। श्री पाठक के नवोन्मेषी तरीकों से रेल परिचालन, संरक्षा और राजस्व बचत सहित सभी क्षेत्रों के उत्तरोत्तर प्रगति हुयी। श्री पाठक के कुशल कार्य आयोजना के फलस्वरूप प्रतिवर्ष रू. 1.35 करोड़ और पिछले 04 वर्षों में लगभग रू. 05 करोड़ की बचत की गयी। इन्होंने ऐशबाग स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन के रूप मेें संचालित करने एवं रूट रिले इंटर लॉकिग कार्य सम्पादन में सराहनकीय योगदान दिया। श्री पाठक द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे पर रेल संरक्षा गीत, टैªक मेंटेनर गीत, स्टेशन मास्टर संरक्षा गीत, सिगनल संरक्षा गीत, यात्री जागरूकता गीत जैसे तकनीकी विषयों पर गीत लिखे गये। अपने उत्कृष्ट कार्य के लिये इन्हें चार बार महाप्रबन्धक पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया । इनकी सोच हमेशा रेल राजस्व की बचत, संरक्षा को बढ़ाने, कर्मचारी कल्याण और सिगनलिंग के क्षेत्र में अद्यतन तकनीकी के प्रयोग पर रही है, जिसके लिये श्री पाठक को रेल मंत्री द्वारा प्रदान किये जाने वाले अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2023 के लिये चुना गया।
श्री महेन्द्र सिंह, वर्क्स मैनेजर प्लान्ट/यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर के प्रयासों से वैगनों की ओवर हालिंग प्रक्रिया में सुधार हुआ, जिससे वैगनों का उत्पादन 60 वैगन प्रतिमाह अनुरक्षण से बढ़कर 90 वैगन प्रतिमाह हो गया। श्री सिंह के प्रयासों से वैगनों का ओवर हालिंग चक्र समय 8.5 दिन से घटकर 5.11 दिन हो गया, जिससे माल ढु़लाई के लिये वैगनों की उपलब्धता बढ़ी है। श्री सिंह ने अपने प्रयासों से वैगनों की प्रतीक्षा अवधि को 08 दिन से घटाकर 5.5 दिन कराया। इनके प्रयासों से वैगनों के आवधिक अनुरक्षण में 50 प्रतिशत की वृद्धि तथा अतिरिक्त 5.5 दिवस वैगन की उपलब्धता हुई, जिससे रेलवे की आय में 1.5 करोड़ की अतिरिक्त आय सुनिश्चित हुई है। इस कार्य के कारण श्री महेन्द्र सिंह को रेल मंत्री द्वारा प्रदान किये जाने वाले अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2023 के लिये चुना गया। इसके पूर्व श्री सिंह ने अपने कोचिंग डिपो अधिकारी, गोण्डा के कार्यकाल में आर.ओ.एच. डिपो का आउटटर्न 30 टन से बढ़ाकर 120 तक कर दिया था, जिसके लिए इन्हें वर्ष 2022 में महाप्रबन्धक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में श्री सिंह उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/टेªन सेट, फ्रेट, डिजास्टर मैनेजमेंट, ई.एन.एच.एम. एवं आई.टी. के पद पर मुख्य यांत्रिक इंजीनियर कार्यालय,गोरखपुर में पदस्थापित हैं।
श्री सावन कुमार भारती, तकनीशियन/सवारी माल डिब्बा, कोचिंग डिपो/ऐशबाग, लखनऊ ने डिपो स्तर पर स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर फायर एवं स्मोक डिटेक्शन बेन्च, एफ.आई.बी.ए. टेस्टिंग गेज, एयर स्प्रिंग हाइट मेजरिंग गेज विकसित कराने में सराहनीय योगदान दिया, जिससे ट्रेनों के रख-रखाव में काफी सुविधा हुई। इसके फलस्वरूप लगभग 02 लाख रेल राजस्व की बचत हुई। श्री भारती ने डिपो स्तर पर गाड़ियों के शौचालयों में दबावयुक्त फ्लसिंग सिस्टम स्थापित करके बायो- ट्ायलेट संबंधी शिकायतों को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया । इसके अतिरिक्त श्री भारती ने डिपो स्तर पर वातानुकूलित एल.एच.बी. कोचों के शौचालयों में स्थापित हीट डिटेक्शन सिस्टम को स्मोक डिटेक्शन सिस्टम में बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसके फलस्वरूप रेल राजस्व में लगभग रू. 1.01 करोड़ की बचत हुई, जिसके लिये श्री सावन कुमार भारती को रेल मंत्री द्वारा प्रदान किये जाने वाले अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2023 के लिये चुना गया।