राजस्थान की पहली महिला आईपीएस अधिकारी नीना सिंह सीआईएसएफ की पहली महिला प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला है. नीना सिंह 1989 बैच से राजस्थान कैडर की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी रही हैं. अब उन्होंने दिल्ली में सीआईएसएफ मुख्यालय में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के महानिदेशक के रूप में पदभार ग्रहण किया. वह सीआईएसएफ में यह पद संभालने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. सीआईएसएफ के महानिदेशक के रूप में नियुक्ति से पहले, वह सीआईएसएफ में विशेष महानिदेशक के रूप में कार्यरत थीं. नीना सिंह के पास जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), नई दिल्ली से मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री है. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए से लोक प्रशासन में मास्टर की डिग्री है. उन्हें मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी), यूएसए में सामाजिक कार्यक्रमों के मूल्यांकन में भी ट्रेंड किया गया है. उन्होंने साक्ष्य-आधारित पुलिस सुधार पहल पर अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं, एमआईटी, यूएसए के प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी और प्रोफेसर एस्थर डुफ्लो के साथ शोध पत्र का सह-लेखन किया. नीना सिंह को राजस्थान की पहली महिला आईपीएस अधिकारी होने का गौरव हासिल है. 34 वर्षों के प्रतिष्ठित करियर के साथ, उन्होंने राजस्थान राज्य भर में विभिन्न पदों पर काम किया है. उन्होंने पुलिस प्रशासन, प्रशिक्षण, आपराधिक जांच और सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव का गहन ज्ञान प्राप्त किया है. वह राजस्थान राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव थीं, जो एक स्वायत्त और अर्ध-न्यायिक संस्था है. जो महिलाओं के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए कार्य करती है. उन्होंने सीबीआई, नई दिल्ली में संयुक्त निदेशक के रूप में भी काम किया है, जहां उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी, आर्थिक अपराध, बैंक धोखाधड़ी और खेल अखंडता से संबंधित मामलों के अलावा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव वाले कई हाई प्रोफाइल अपराध मामलों का पर्यवेक्षण किया. नीना सिंह को वर्ष 2005 में सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, 2014 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 2020 में ‘अति उत्कृष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया गया है. उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी पुरस्कार और नारी शक्ति सम्मान से भी सम्मानित किया गया है. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी पुलिस एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम, यू.के. से “साक्ष्य-आधारित पुलिसिंग के चैंपियन” का खिताब जीता.