गोरखपुर, 04 दिसम्बर, 2023: विभागवार समीक्षा के क्रम में महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर रेलवे सुश्री सौम्या माथुर ने 04 दिसम्बर, 2023 को सिगनल एवं दूरसंचार विभाग का निरीक्षण किया तथा समीक्षा बैठक की। सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के निरीक्षण के दौरान अपर महाप्रबन्धक श्री दिनेश कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री राजेश कुमार पाण्डेय, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/निर्माण श्री नीलाभ महेश, मुख्य सिगनल इंजीनियर श्री जी.पी.एस. नारायण, मुख्य संचार इंजीनियर श्री पी.के.राय, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/प्रोजेक्ट श्री आर.के.सिंह, श्री अजय कुमार श्रीवास्तव, मुख्य कारखाना प्रबन्धक/सिगनल वर्कशाप श्री पवन कुमार, सचिव/महाप्रबन्धक श्री आनन्द ऋषि श्रीवास्तव, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री पंकज कुमार सिंह एवं उप महाप्रबन्धक/सामान्य श्री कृष्ण चन्द्र सिंह सहित सिगनल विभाग केे अधिकारी उपस्थित थे।
निरीक्षण के क्रम में महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर ने सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के कार्यालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त की । समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री राजेश कुमार पाण्डेय ने पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से सिगनल विभाग द्वारा किये जा रहे कार्य-कलापों की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि समपार फाटकों को मार्डनाइज्ड करते हुये उनकी इण्टरलॉकिंग की जा रही है तथा समपारों पर इलेक्ट्रिक लिफ्टििंग बैरियर लगाये जा रहे हैं एवं स्लाइडिंग बूम का प्रावधान किया जा रहा है। सभी स्टेशनों को वाई-फाई सुविधा से युक्त किया गया है। प्रमुख स्टेशनों पर सुरक्षा की दृष्टि से सी.सी.टी.वी. कैमरों का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने बताया कि लाइन क्षमता की बढ़ोत्तरी तथा रेल खण्डों के गति बढ़ाये जाने को ध्यान में रखते हुये ऑटोमेटिक ब्लाक सिगनलिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस कार्य के हो जाने पर एक ब्लाक सेक्शन में एक से अधिक टेªनों को चलाया जा सकेगा, जिससे समान इन्फ्रास्ट्रक्चर व्यवस्था में ज्यादा टेªनें चलाना सम्भव होगा। इस वित्त वर्ष में डोमिनगढ़ से बस्ती तथा देवरिया सदर से गोरखपुर कैण्ट रेल खण्डों में यह कार्य पूर्ण किया जाना लक्षित है। इसके लिये आवश्यक भवन का निर्माण/निर्धारण किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे का यह पहला खण्ड होगा जहाँ पर ऑटोमेटिक ब्लाक सिगनलिंग व्यवस्था इस वित्त वर्ष के अन्त तक शुरू किया जायेगा । साथ ही सिगनल वर्कशाप द्वारा किये जा रहे विभिन्न मदों जैसे कि प्वाइंट मशीन, रिले इत्यादि के उत्पादन का कार्य भी सुचारू ढंग से किया जा रहा है। इस अवसर पर अपर महाप्रबन्धक श्री डी.के.सिंह ने कहा कि सिगनल से सम्बन्धी असफलताओं को कम करके टेªनों के समय-पालन को और बेहतर किया जा सकता है।
समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुये महाप्रबन्धक सुश्री माथुर ने कहा कि मुख्यालय स्तर पर अधिकारियों की भूमिका यह है कि मण्डलों से मिले डाटा को एनालाइज किया जाय तथा उसके परिप्रेक्ष्य में मण्डलों को उचित दिशा-निर्देश दिये जांय। उन्होंने कहा कि टेªनों के संरक्षित संचलन में सिगनल विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है ऐसे में सभी को पूरी तत्परता के साथ कार्य करना अपेक्षित है। उन्होंने यह भी कहा कि कहीं कोई सिगनल की विफलता होती है तो उसके त्वरित डिटेक्शन तथा सही तरीके से ठीक करना टेªन संरक्षा को सुदृढ़ करता है। सिगनल विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों को निर्धारित समय-सीमा के अन्दर एवं पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करने पर महाप्रबन्धक सुश्री माथुर ने बल दिया तथा साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संरक्षा सम्बन्धी कार्य में किसी भी प्रकार का ‘‘शार्टकट‘‘ न अपनाया जाय । अन्त में उन्होंने सभी अधिकारियों से इनोवेशन के लिये नये इनोवेटिव आइडियाज लाने की अपील की।
प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री राजेश कुमार पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि सिगनल विभाग आपके कुशल मार्गदर्शन एवं निर्देशों को पालन करेगी ।