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भारत-चीन के बीच LAC पर डिसइंगेजमेंट प्रोसेस पूरा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी जानकारी

संसद में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी की तरफ से पूछे गए सवाल पर आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब दिया. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस सांसद पर तंज भी कसा है. उन्होंने कहा कि भारत-चीन के बीच LAC पर डिसइंगेजमेंट प्रोसेस पूरा हो चुका है.उन्होंने बताया कि समझौते के तहत भारतीय सुरक्षा बल देपसांग में पूर्व की सीमा तक सभी पेट्रोलिंग प्वाइंट पर जाएंगे. मनीष तिवारी ने 2023 में पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों सम्मेलन में एक आईपीएस अधिकारी की तरफ से पेश किए सवालों के आधार पर संसद में सवाल पूछा था. तिवारी ने सवाल पूछा था कि जो 26 गश्त प्वाइंट पर गश्त आसान नहीं था, अब वहां के हालात कैसे हैं. इसके साथ ही उन्होंने डिसइंगेजमेंट प्रोसेस की मौजूदा स्थिति पर सवाल किया था. तिवारी के सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा कि किसी ने एक पेपर के माध्यम से सवाल पूछे हैं, उन्हें भी किसी को जवाब देना होगा. लेकिन मैं उन्हें जवाब नहीं दे सकता. मैं सरकार को जवाब दे सकता हूं. विदेश मंत्री एस जय शंकर ने कहा कि मैं सरकार की ओर से जवाब दे सकता हूं. मैंने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में सैनिकों की वापसी और हाल के घटनाक्रमों पर बहुत विस्तृत बयान दिया था. उस बयान में मैंने इस बात पर प्रकाश डाला था कि सैनिकों की वापसी के लिए आखिरी समझौता हो चुका है, जो देपसांग और डेमचोक से संबंधित है. उन्होंने आगे कहा कि मैं माननीय सदस्य को यह भी बताना चाहूंगा कि बयान में यह भी कहा गया था कि भारतीय सुरक्षा बल देपसांग में सभी गश्त बिंदुओं पर जाएंगे और पूर्व की ओर भी जाएंगे, जो ऐतिहासिक रूप से उस हिस्से में हमारी गश्त की सीमा रही है. इस साल अक्टूबर में, भारत और चीन भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गश्त व्यवस्था को लेकर एक समझौते हुआ है. भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध 2020 में एलएसी के साथ पूर्वी लद्दाख में शुरू हुआ, इसके साथ ही कई बार चीन सीमा बॉर्डर पर सैनिकों के बीच तनातनी भी देखने को मिली. इसके कारण दोनों देशों के संबंधों पर भी असर पड़ा. लंबे समय तक दोनों देशों के बीच तनाव बना रहा.अब बॉर्डर पर हालात सामान्य हैं.

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