लंदन, 22 नवंबर
कैंब्रिज विश्वविद्यालय के एक भारतीय मूल के छात्र की मौत के बाद मादक पदार्थ के एक तस्कर को साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई। तस्कर खुद को “फार्मासिस्ट” होने का दावा करता है।
मार्च 2021 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज में एक दोस्त के कमरे में 20 वर्षीय केशव अयंगर को अधिकारियों द्वारा मृत पाए जाने के बाद कैम्ब्रिजशायर पुलिस ने बेंजामिन ब्राउन का पता लगाया था।
कोरोनर (मृत्यु के कारण का पता लगाने वाले अधिकारी) की रिपोर्ट ने बाद में निष्कर्ष निकाला कि अयंगर की मौत मादक द्रव्यों से संबंधित थी और पुलिस जांच में उसके फोन पर “लीन जान मैन” नामक मादक पदार्थ तस्कर के संदेश मिला था। अधिकारियों ने “लीन जान मैन” की पहचान सरे में गिल्डफोर्ड के 32 वर्षीय ब्राउन के रूप में की।
मामले की जांच करने वाले कैम्ब्रिजशायर पुलिस के ‘डिटेक्टिव कॉन्स्टेबल’ डैन हार्पर ने कहा, “ब्राउन सरे में नशा बेचने का काम कर रहा था जिसके दुखद परिणाम हुए।” हंटिंगडन अदालत ने उसे पिछले सप्ताह सजा सुनाई थी। अदालत को बताया गया कि ब्राउन ने खुद को इंस्टाग्राम और स्नैपचैट के माध्यम से विभिन्न प्रकार की केवल-डॉक्टर के पर्चे के आधार पर दी जाने वाली दवाएं बेचने वाला “फार्मासिस्ट” बताया।