ePaper

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 12 मार्च, 2024 को विभिन्न रेल परियाजनाओं का शिलान्यास/उद्घाटन/लोकार्पण करेंगे

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 12 मार्च, 2024 को रू. 85,000 करोड़ से अधिक की लागत से विभिन्न रेल परियाजनाओं (लगभग 6,000) का शिलान्यास/उद्घाटन/लोकार्पण करेंगे तथा 10 नई वंदे भारत एवं 04 वंदे भारत एक्सप्रेस के मार्ग विस्तार तथा अन्य ट्रेनों का शुभारम्भ करेंगे। इसके लिये वीडियो काॅन्फ्रेंसिग के माध्यम से 764 स्थल जुड़े रहेंगे जहाँ पर समारोह आयोजित किये जायेंगे। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा भारतीय रेल के स्टेशनों पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद‘ के 1,500 से अधिक स्टाॅल, 50 स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र, 51 गति शक्ति मल्टीमाॅडल कार्गो टर्मिनल, रेलवे गुड्स शेडों, 16 रेलवे कारखानों/लोको शेडों/पिट लाइन/कोचिंग डिपो, 975 स्थलों पर स्टेशन भवनों एवं सर्विस भवनों पर सोलर प्लांट, 35 रेल कोच रेस्टोरेंट, विभिन्न रेल खंडों (2,135 किमी.) के विद्युतीकरण, 100 खंडों पर 1500 किमी. के दोहरीकरण/तीसरी लाइन/आमान परिवर्तन, इस्टर्न डडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के न्यू खुर्जा-सहनेवाल (401 किमी.) खंड, वेस्टर्न डडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के न्यू मकरपुरा-न्यू घोलवड (244 किमी.) खंड, वेस्टर्न डडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के आॅपरेशन कंट्रोल सेंटर, 2,646 स्टेशनों के डिजिटल कंट्रोलिंग, 80 खंडों में 1045 किमी. के आॅटोमेटिक सिंगनलिंग खंडों का लोकार्पण तथा 19 रेलवे कारखानों/लोको शेडों/पिट लाइनों/कोचिंग डिपो, फल्टन-बारामती नई लाइन एवं इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम के उन्नयन कार्य का शिलान्यास किया जायेगा।
*‘एक स्टेशन एक उत्पाद‘ आउटलेट-* भारतीय रेल के स्टेशनों पर स्थापित रू. 160 करोड़ की लागत से 1,500 से अधिक एक स्टेशन एक उत्पाद के स्टाॅल का लोकार्पण किया जायेगा। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर स्थापित 54 स्टाॅल सम्मिलित हैं। इस अवसर पर विभिन्न स्टेशनों 14 श्रेणियों के 6,00,000 विश्वकर्मा प्रधानमंत्री महोदय के कार्यक्रम से सीधे जुड़ेंगे।
– रेल मंत्रालय ने भारत सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल‘ दृष्टिकोण को बढ़ावा देने, स्थानीय/स्वदेशी उत्पादों के लिए बाजार प्रदान करने और हाशिए पर रहने वाले समाज के वर्गों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट‘ (ओएसओपी) योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य देश भर के रेलवे स्टेशनों पर बिक्री आउटलेट के प्रावधान के माध्यम से स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों/हथकरघा बुनकरों, शिल्पकारों आदि को आजीविका के बेहतर अवसर प्रदान करना है।
– योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर बिक्री आउटलेट के प्रावधान के माध्यम से स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों/हथकरघा बुनकरों, शिल्पकारों आदि को आजीविका के बेहतर अवसर प्रदान करना है।
*प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके)-* रू. 05 करोड़ की लागत से भारतीय रेल के 50 स्टेशनों पर स्थापित प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र का लोकार्पण किया जायेगा। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर जं., लखनऊ जं., बनारस एवं काशीपुर जं. पर स्थापित प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र सम्मिलित हैं।
– रेलवे स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों की भलाई और कल्याण को बढ़ाने के प्रयास में, भारतीय रेलवे ने स्टेशनों के सर्कुलेटिंग क्षेत्रों और कॉन्कोर्स में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके) स्थापित करने के लिए एक नीति ढांचे की संकल्पना की, जो लाइसेंसधारियों द्वारा संचालित होते हैं।
– रेलवे स्टेशनों पर पीएमबीजेके स्थापित करने के उद्देश्य इस प्रकार हैंः
– सभी को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं (जनऔषधि उत्पाद) उपलब्ध कराने के भारत सरकार के मिशन को बढ़ावा देना।
– रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों/आगंतुकों को जनऔषधि उत्पादों तक आसानी से पहुंचने में सक्षम बनाना।
– सस्ती कीमतों पर दवाएँ उपलब्ध कराकर समाज के सभी वर्गों के बीच कल्याण और कल्याण को बढ़ाना।
– रोजगार के अवसर पैदा करें और पीएमबीजेके खोलने के लिए उद्यमियों के लिए रास्ते तैयार करें।
*मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स सुविधाओं के लिए पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल-* भारतीय रेल पर रू. 25 करोड़ की लागत से स्थापित 51 गति शक्ति मल्टीमाॅडल कार्गो टर्मिनल का लोकार्पण किया जायेगा। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड, नकहा जंगल, अंकुर उद्योग लिमिटेड, सहजनवा एवं अडाणी एग्री लाॅजिस्टिक लिमिटेड, जसोदा सम्मिलित हैं।
– 15 दिसंबर, 2021 को लॉन्च किए गए ‘गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल‘ (जीसीटी) के सम्बन्ध में माननीय प्रधानमंत्री के ‘‘गति शक्ति‘‘ के दृष्टिकोण और रेल मंत्रालय की नीति के अनुसरण में, गति शक्ति कार्गो टर्मिनलों को रेल कार्गो हैंडलिंग के लिए विकसित किया जा रहा है।
*रेल कोच रेस्तरां-* भारतीय रेल रू. 02 करोड़ की लागत से प्रारम्भ 35 रेल कोच रेस्टोरेंट का लोकार्पण किया जायेगा। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी सिटी एवं गोमती नगर स्टेशनों पर स्थापित रेल कोच रेस्टोरेंट सम्मिलित हैं।
– यात्रियों को एक अनोखा भोजन माहौल प्रदान करने के लिए, भारतीय रेलवे अपने प्रमुख स्टेशनों और बिंदुओं पर रेल कोच रेस्तरां खोल रहा है।
– यह पहल अद्वितीय अनुभव चाहने वाले यात्रियों का ध्यान आकर्षित कर रही है।
– रेल कोच रेस्तरां का लक्ष्य रेलवे के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने के अलावा यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना है।
– भारतीय रेलवे की इस पहल से कुशल और अकुशल दोनों तरह के श्रमिकों के लिए रोजगार पैदा होने की भी उम्मीद है।
*गुड्स शेड-* भारतीय रेल पर रू. 222 करोड़ की लागत से नव स्थापित गुड्स शेडों का लोकार्पण किया जायेगा। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के फरदहां, फरिहा, फेफना एवं बिसलपुर में स्थापित गुड्स शेड सम्मिलित हैं।
– बड़ी संख्या में स्टेशनों पर नए गुड्स-शेड सुविधाओं की स्थापना और मौजूदा गुड्स-शेड (जो रेलवे संसाधनों की कमी के कारण करने में असमर्थ है) को विकसित करने की अनुमति देकर टर्मिनल क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य है।
*विद्युत लोको शेड-* भारतीय रेल पर रू. 2763 करोड़ की लागत से स्थापित कारखानों/लोको शेडों/कोचिंग डिपो का लोकार्पण किया जायेगा। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे पर रू. 100 करोड़ की लागत से सैदपुर भितरी में स्थापित विद्युत लोको शेड सम्मिलित हैं।
*नई रेलवे लाइनें-* भारतीय रेल पर रू. 20,744 करोड़ की लागत से 100 रेल खंडों (1,500 किमी.) पर दोहरीकरण एवं तीसरी लाइन तथा आमान परिवर्तन का कार्य पूर्ण किया गया, जिसका लोकार्पण किया जायेगा। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के भटनी-पिवकोल, सादात-औंड़िहार, छपरा-मांझी खंडों का दोहरीकरण तथा गोरखपुर कैंट-कुसम्ही एवं छपरा-छपरा कचहरी के मध्य तीसरी लाइन सम्मिलित हैं।
– 2004-14 के दौरान 14,985 रूट किलोमीटर रेल ट्रैक का काम किया गया।
– पिछले 9 वर्षों (2014-23) में 25,871 रूट किलोमीटर ट्रैक बिछाया गया है। नई रेलवे लाइनों में यह 75 प्रतिशत की वृद्धि है।
– वर्ष 2022-23 में प्रतिदिन 14 किमी ट्रैक बिछाया गया तथा वर्ष 2023-24 में प्रतिदिन 16 किमी ट्रैक बिछाने का लक्ष्य है।
– 2014 के बाद से 14,337 किलोमीटर रेलवे लाइन दोहरीकरण का काम शुरू किया गया है।
– 2014 से 5,750 किमी लंबाई का गेज परिवर्तन शुरू किया गया है।
*रेलवे विद्युतीकरण-*
– 2014-15 के बाद से, भारतीय रेलवे ने ब्रॉड गेज (बीजी) नेटवर्क पर लगभग 40,000 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण पूरा कर लिया है।
– वर्तमान में, बीजी नेटवर्क पर 61,813 रूट किमी का विद्युतीकरण किया गया है, जो भारतीय रेलवे के कुल ब्रॉड गेज (बीजी) नेटवर्क का लगभग 94 प्रतिशत है।
– शेष बीजी नेटवर्क का विद्युतीकरण शुरू कर दिया गया है। 2014-23 के दौरान विद्युतीकरण पर 43,346 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. इसके अलावा, 2023-24 के दौरान विद्युतीकरण के लिए 8,070 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
– 2014 के बाद से रेलवे विद्युतीकरण परियोजनाओं पर खर्च की जाने वाली राशि 5 गुना (375 प्रतिशत से अधिक) बढ़ गई है।
*समर्पित फ्रेट कॉरिडोर परियोजनाएं-*
– रेल मंत्रालय ने दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) का निर्माण शुरू किया है। पूर्वी समर्पित माल ढुलाई गलियारा (ईडीएफसी) लुधियाना से सोननगर (1337 किलोमीटर) और पश्चिमी समर्पित माल ढुलाई गलियारा (डब्ल्यूडीएफसी) जवाहरलाल नेहरू पोर्ट टर्मिनल (जेएनपीटी) से दादरी (1506 किलोमीटर) तक।
– ईडीएफसी का निर्माण पूरी तरह से पूरा हो चुका है और डब्ल्यूडीएफसी का काम भी तेज गति से पूरा हो रहा  है और पूर्ण किए गए खंडों पर ट्रेन परिचालन जारी है।
– डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण से उच्च एक्सल लोड ट्रेनों, डबल स्टैक कंटेनर ट्रेनों (डीएससी) के साथ लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी और पश्चिमी बंदरगाहों द्वारा उत्तरी भीतरी इलाकों तक तेजी से पहुंच होगी और नए औद्योगिक केंद्रों और गति शक्ति कार्गो टर्मिनलों के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
– डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने समय पर धन का प्रावधान किया है और राज्य सरकारों के साथ सीधे और विभिन्न मंचों यानी प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप (पीएमजी) आदि के साथ घनिष्ठ समन्वय करके परियोजना भूमि अधिग्रहण गतिविधियों की निगरानी की है।
*भारतीय रेलवे की अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ-*
– रेलवे बजट बढ़ाकर वर्ष 2024-25 के लिए रु. 2.52 लाख करोड़। रेलवे बजट 2004-05 की तुलना में 30 गुना (8,000 करोड़ रुपये) और 2013-14 की तुलना में 8 गुना (29,055 करोड़ रुपये) बढ़ गया है।
– कवच को 1465 रूट किमी और 139 लोकोमोटिव पर तैनात किया गया है।
– चालू वित्तीय वर्ष में 1434.03 मिलियन टन माल ढुलाई की गई है। पिछले वर्ष 2022-23 में सर्वाधिक माल लदान दर्ज करते हुए 1512 मीट्रिक टन माल ढुलाई की गई थी। इस साल भी चालू वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड माल ढुलाई दर्ज होने की उम्मीद है।
– 1321 अमृत भारत स्टेशनों को पुनर्विकास के लिए चिन्हित किया गया है। सभी स्टेशनों पर काम शुरू हो चुका है।
– 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 1500 आरओबी/आरयूबी पर निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है।
– भारतीय रेलवे ने एक नया उत्पाद यानी थीम आधारित पर्यटक सर्किट ट्रेन – ‘‘भारत गौरव ट्रेन‘‘ लॉन्च की और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थानों को प्रदर्शित करने के लिए 3,200 कोच आवंटित किए।
– सितंबर 2023 तक पिछले पांच वर्षों में भारतीय रेलवे द्वारा 2.94 लाख से अधिक रिक्तियां भरी गईं।
*रेलवे में सौर ऊर्जा स्टेशन-*
– भारतीय रेलवे अपनी कर्षण शक्ति की आवश्यकता को पूरा करने और पूर्ण रूप से ‘परिवहन का हरित माध्यम‘ बनने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह रेलवे स्टेशनों को सौर ऊर्जा से सुसज्जित करने और नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) परियोजनाओं के लिए खाली रेलवे भूमि का उपयोग करने के माननीय प्रधानमंत्री के हालिया निर्देश के अनुरूप है।
– भारतीय रेलवे के पास 2030 तक अपनी खाली जमीन का उपयोग करके 20 गीगावॉट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित करने की एक मेगा योजना है। सौर ऊर्जा वाले कुछ स्टेशन वाराणसी, नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, जयपुर, सिकंदराबाद, कोलकाता, गुवाहाटी, हैदराबाद, हावड़ा आदि हैं।
स्वचालित सिगनलिंग-
– भारतीय रेलवे के मौजूदा उच्च घनत्व वाले मार्गों पर अधिक ट्रेनें चलाने के लिए लाइन क्षमता बढ़ाने के लिए, स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग एक लागत प्रभावी समाधान है।
– 31.10.2023 तक 4,111 रूट किलोमीटर पर स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग (ए.बी.एस.) प्रदान की गई है।
*वंदे भारत ट्रेनें-*
– 31 जनवरी, 2024 तक, 82 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं भारतीय रेलवे में चल रही हैं, जो ब्रॉड गेज (बी.जी.) विद्युतीकृत नेटवर्क वाले राज्यों को जोड़ती हैं। ये वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें 24 राज्यों/उत्तराखंड और 256 जिलों से गुजरती हैं।
– 10 जोड़ी और वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ, भारतीय रेलवे में 104 सेवाएं (51 जोड़ी ट्रेन) चालू हो जाएंगी।
*मार्ग विस्तार- पूर्वोत्तर रेलवे पर चल रही 22549/22550 गोरखपुर जं.-लखनऊ-गोरखपुर जं. वंदे भारत एक्सप्रेस का मार्ग विस्तार प्रयागराज जं. तक किया जायेगा। इस वंदे भारत एक्सप्रेस के मार्ग विस्तार का शुभारम्भ माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जायेगा।*
Instagram
WhatsApp