मालीगांव, 21 अप्रैल, 2024:
पूर्वोत्तर सीमा रेलवे की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 13 से 19 अप्रैल, 2024 तक पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के क्षेत्राधिकार के अधीन विभिन्न ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान 16 नाबालिगों को सफलतापूर्वक उद्धार किया।
2023-24 की अवधि के दौरान, 654 नाबालिगों (409 लड़के और 245 लड़कियां) और 69 महिलाओं को सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) और चाइल्डलाइन/एनजीओ के सहयोग से पू. सी. रेलवे की आरपीएफ द्वारा उद्धार किया गया। उद्धार किए गए बच्चों/महिलाओं को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित चाइल्ड लाइन/एनजीओ और जीआरपी को सौंप दिया गया। साथ ही, इसी अवधि के दौरान कुल 12 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया और 32 व्यक्तियों (25 नाबालिग लड़के, 4 नाबालिग लड़कियां, 2 पुरुष एवं 1 महिला) को उनलोगों से मुक्त कराया गया।
18 अप्रैल, 2024 की एक घटना में, कटिहार की आरपीएफ टीम ने कटिहार रेलवे स्टेशन पर तीन बेसहारा नाबालिग लड़कों को उद्धार किया। बाद में उद्धार हुए नाबालिगों को उचित सत्यापन के बाद उनके संबंधित माता-पिता को सौंप दिया गया। 16 अप्रैल, 2024 को चापरमुख की आरपीएफ टीम ने चापरमुख स्टेशन पर ट्रेन संख्या 15625 (देवघर-अगरतला एक्सप्रेस) में जांच के दौरान भागी हुई एक नाबालिग लड़की को उद्धार किया। बाद में, उद्धार नाबालिग को सुरक्षित अभिरक्षा के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, नगाँव, असम को सौंप दिया गया।
ट्रेनों और रेल परिसरों में देखभाल और संरक्षण के लिए जरूरतमंद बच्चों के पाए जाने के मामले में निवारक उपाय किए जा रहे हैं। आरपीएफ रेल यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने में अपराधियों के खिलाफ अनवरत कार्रवाई करती है, मानव तस्करी में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों के साथ-साथ संदिग्ध तरीके से आवाजाही करने, अकेले यात्रा करने, बिना उचित अभिभावक के बच्चों आदि मामलों के प्रति सतर्क है।