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गर्मी का कहर: गाजियाबाद में 16 घंटे में 14 लोगों की मौत, डॉक्टरों की छुट्टी पर लगी रोक;

जिले में 16 घंटे में 14 और लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग का तनाव बढ़ गया है। आनन-फानन में जिला अस्पताल के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की इमरजेंसी सेवाओं में अतिरिक्त चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। तत्काल प्रभाव से चिकित्सकों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इन मौतों को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है लेकिन भीषण गर्मी की वजह से लोग बेहोश होकर गिर रहे हैं और अस्पताल पहुंचने पर उनको मृत घोषित किया जा रहा है।अधिकारी मौतों को लेकर कह रहे हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण पता चल पाएगा। जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि खोड़ा में दो दिन पहले 28 वर्षीय अंशुमन त्रिपाठी की मौत हो गई थी। सीएमएस ने बताया कि आठ लोगों की मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में केवल अंशुमन त्रिपाठी की मौत की लू लगने से पुष्टि हुई है। जिले में यह लू से पहली मौत है। आडिट समिति इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेजेगी। अकेले जिला एमएमजी अस्पताल में तीन दिन में 45 लोगों की मौत के बाद हडकंप मच गया है। 17 जून को 16, 18 जून को 18 और 19 जून को देर शाम तक 11 लोगों की मौत हुई है। प्रशासन ने बुधवार को सीएमएस से इसकी पूरी रिपोर्ट मांग ली, लेकिन बचाव को लेकर देर शाम तक अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं दिखे। लोग दिन-रात गर्म सड़कों पर सोने को मजबूर है। रैन बसेरों में गर्मी से बचाव के इंतजाम नहीं है। इमरजेंसी में मरीजों की भीड़ बढने के साथ ही मोर्चरी में शव रखने को जगह नहीं है। पोस्टमार्टम हाउस स्थित मोर्चरी में लगाए गए डीप फ्रीजर खराब होने से शवों को स्ट्रेचर और जमीन पर ही रखा जा रहा है। बुधवार देर रात तक 31 लोगों के पोस्टमार्टम होते रहे। हरनंदी मोक्ष स्थल पर बुधवार को शवों को अंतिम संस्कार कराने के दौरान सभी प्लेटफार्म फुल हो गए, हालांकि शवों की कतार यहां पर नजर नहीं आई। मोक्ष स्थली के प्रभारी आचार्य मनीष पंडित ने बताया कि पांच दिन से अंतिम संस्कार के लिए शवों की संख्या बढ़ गई है। इनमें लावारिस शव अधिक पहुंच रहे हैं। बुधवार को कुल 35 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। गर्मी में पुजारी विजय शर्मा की तबीयत भी बिगड़ गई। बुधवार को जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में बुखार के 321 और हीट स्ट्रोक के 63 मरीज पहुंचे। इनमें से 31 को भर्ती कराया गया है। बुखार के मरीजों में 24 बच्चों में से 10 को भर्ती किया गया है। इमरजेंसी में पहुंचे 114 मरीजों में से उल्टी-दस्त के 29 मरीज पहुंचे। इनमें 14 बच्चे शामिल हैं और 18 मरीजों को भर्ती किया गया। इमरजेंसी में एक बेड पर दो-दो मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। सीएमएस ने बताया कि ओपीडी में पहुंचे कुल 1415 में 654 महिला और 519 पुरुष मरीज शामिल हैं। 242 बीमार बच्चे पहुंचे। आंखों में खुजली और जलन के 187 मरीज पहुंचे। त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. दिव्या द्विवेदी ने बताया कि घमौरी के मरीज बढ़ गए हैं। भर्ती मरीजों की संख्या 116 है। संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे 873 मरीजों में 338 महिला,292 पुरुष और 54 बीमार बच्चे शामिल हैं। नौ बच्चों को भर्ती किया गया है।

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