गोरखपुर, 11 जून, 2024: मऊ-शाहगंज खण्ड पर स्थित आजमगढ़ रेलवे स्टेशन को ‘अमृत स्टेशन योजना‘ के अन्तर्गत पुनर्विकसित किया जा रहा है। इस स्टेशन को पुनर्विकसित कर यात्रियों को अत्याधुनिक यात्री सुविधायें प्रदान की जायेंगी। रू. 33.60 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित हो रहे आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर नगर की कला एवं संस्कृति को समाहित कर नया स्वरूप विकसित किया जायेगा।स्टेशन भवन को आकर्षक स्वरूप के साथ आधुनिक सुख-सुविधओं का विकास एवं विस्तार के क्रम में 1100 मीटर लम्बे एप्रोच रोड का चैड़ीकरण एवं 900 मीटर लम्बे ड्रेनेज का कार्य पूरा कर लिया गया है। सर्कुलेटिंग एरिया में सुधार, प्लेटफार्म पर यात्री छाजन एवं ग्रेनाइट स्टोन, डीलक्स प्रसाधन, वेटिंग हाॅल, बुकिंग कार्यालय एवं यात्रियों की सुविधाओं हेतु फूड प्लाजा, 12 मीटर चैड़ा फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.), 01 लिफ्ट एवं 04 एस्केलेटर तथा आकर्षक फसाड लाइटिंग का कार्य प्रगति पर है। इस रेलवे स्टेशन का लगभग 45 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है तथा शेष कार्य प्रगति पर है।यह स्टेशन दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, वाराणसी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, आसनसोल, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, अमृतसर, अजमेर, अहमदाबाद आदि विभिन्न नगरों एवं महानगरों से जुड़ा हुआ है। दिन-प्रतिदिन यहां आने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इस स्टेशन से होकर नगरों एवं महानगरों हेतु 32 ट्रेनें संचालित की जा रही हैं। यहाँ से लगभग 2200 यात्रियों का आवागमन प्रतिदिन होता है। आजमगढ़ स्टेशन के महत्व को देखते हुए ’अमृत स्टेशन योजना‘ के तहत इसका विकास तेजी से किया जा रहा है।इन कार्यों के पूरा होने से यात्रियों को उच्चस्तरीय सुविधायें मिलेंगी, वहीं कायाकल्प होने के बाद यह स्टेशन क्षेत्रीय कला एवं संस्कृति का अहसास दिलायेगा।