हाथरस से (आरिफ खान) की रिपोर्ट।इंटेंसिव कम्युनिटी आउटरेच फॉर एमपीओवेरिंग वीमेन गर्ल्स फॉर सेफ्टी अण्ड अवेयरनेस कार्यक्रम यूनिसेफ़ के कोर्डिनेशन में पुलिस द्वारा अन्य सम्बन्धित विभागो जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम विकास, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM), महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार (ICDS), युवा एवं खेल विभाग, मनोवैज्ञानिक / काउन्सलर्स के समन्वय से संचालित किया जा रहा है।’ऑपरेशन जागृति’ फेज-01 का Third Party Impact Assessment प्रोफेसर हिमाँशु राय, डायरेक्टर आई०आई०एम० इन्दौर द्वारा किया गया है। IIM Indore द्वारा आगरा जोन के सात जनपदों में रिसर्च टीम भेजकर सर्वे किया गया एवं आज दिनांक 26.06.2024 को “इम्पैक्ट एसेसमेंट रिपोर्ट” प्रेषित की गयी है। आईआईएम इंदौर द्वारा एसेसमेंट रिपोर्ट में अंकित किया गया है कि “ऑपरेशन जागृति के मूल्यांकन के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि ऑपरेशन जागृति ने जमीनी स्तर पर महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण पर महत्त्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव डाला है। ऑपरेशन जागृति में विभिन्न विभागों के अग्रणी / जमीनी कर्मचारियों जैसे बीट कॉस्टेबलों (पुलिस विभाग), आशा (स्वास्थ्य विभाग), शिक्षक (शिक्षा विभाग), पंचायत सचिव (पंचायत विभाग) आदि का उपयोग करते हुए समाज के कमजोर वर्गों तक एक व्यापक और प्रभावी पहुँच सुनिश्चत की और साथ ही सभी सरकारी विभागों के बीच सामंजस्यपूर्ण समन्वय का निर्माण किया। इसमे विभिन्न विभागों के प्रत्येक कर्मचारी के लिए एक स्पष्ट भूमिका थी, साथ ही एक स्पष्ट उत्तरदायित्व भी था और एक सतत फीडबैक तंत्र भी था। कार्यक्रम के दौरान प्रकाश में आई सक्सेस स्टोरीज और व्यापक मीडिया प्रशंसा इस कार्यक्रम के प्रभाव को इंगित करती है।”
आगरा जोन के सात जनपदों में रिसर्च टीम भेजकर सर्वे किया गया
