- भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आई.आई.एम. परिसर का उद्घाटन किया
- आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय,भारत सरकार के अधीन नवरत्न पी.एस.यू.,एनबीसीसी द्वारा निष्पादित
- आई.आई.एम. परिसर की वास्तुकला में अद्वितीय संबलपुरी कला को शामिल किया गया है
- संधारणीय और ऊर्जा दक्ष सुविधाओं वाला 4 स्टार जी.आर.आई.एच.ए. (GRIHA) रेट किया गया अत्याधुनिक परिसर
भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिनांक 03.02.2024 को एनबीसीसी द्वारा निर्मित भारतीय प्रबंधन संस्थान संबलपुर के स्थायी परिसर का उद्घाटन किया। इस मौके पर श्री रघुबर दास, माननीय राज्यपाल, ओडिशा, श्री नवीन पटनायक, माननीय मुख्यमंत्री, ओडिशा, श्री धर्मेंद्र प्रधान, माननीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव, माननीय मंत्री रेल,संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी,श्री बिश्वेश्वर टुडू,माननीय राज्य मंत्री,जल शक्ति और जनजातीय मामलों के मंत्रालय और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस अवसर पर श्री के. पी. महादेवास्वामी,अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक,एनबीसीसी ने कहा कि 64000 वर्ग मीटर के निर्मित क्षेत्र वाली 32 इमारतों के साथ 200 एकड़ में फैला यह आईआईएम संबलपुर परिसर एनबीसीसी द्वारा समय और लागत के भीतर, संधारणीय और ऊर्जा कुशल सुविधाओं के साथ पूरा किया गया है। यह क्षेत्रीय संबलपुरी कला,परिसर की इमारतों की वास्तुकला में अंतर्निहित है जिसमें ईंट के बने अग्रभाग में अंकित किया गया पारंपरिक “इकत” पैटर्न शामिल है जो इसे असाधारण लालित्य प्रदान करता है।
आई.आई.एम. संबलपुर, उत्कृष्टता का प्रतीक:
भारतीय प्रबंधन संस्थान संबलपुर का परिसर संबलपुर जिले के बसंतपुर गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग 53 और राज्य राजमार्गों के करीब विकसित किया गया है। आईआईएम संबलपुर ने इस परियोजना के लिए “परियोजना प्रबंधन परामर्श” सेवाएं प्रदान करने का कार्य एनबीसीसी को सौंपा था। एनबीसीसी अगले 2 वर्षों तक संपूर्ण इनफ्रास्ट्रक्चर का रखरखाव भी करेगा।
परिसर में प्रशासन, शैक्षणिक, सभागार, नवाचार और पुस्तकालय ब्लॉक, संकाय और एमडीपी सहित कई प्रमुख ब्लॉक हैं। आवास सुविधाओं में संकाय और कर्मचारियों के लिए निवास और छात्रों और विद्वानों के लिए छात्रावास शामिल हैं। अतिरिक्त सुविधाओं में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, एक्टिविटी ब्लॉक, खेल और मनोरंजन सुविधाएं शामिल हैं, साथ ही एक ओपन-एयर थिएटर भी है जो सौन्दर्यात्मक आकर्षण को बढ़ाता है।
4 स्टार जी.आर.आई.एच.ए. (GRIHA)रेटेड संधारणीय परिसर विकास के ऊर्जा कुशल और पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील सिद्धांतों का पालन करता है। रहने की जगहों पर 100% दिन की रोशनी होती है जिससे कृत्रिम प्रकाश की खपत कम हो जाती है। एसटीपी से उपचारित पानी का उपयोग सिंचाई और फ्लशिंग के लिए किया जा रहा है। छत पर फोटोवोल्टिक सौर ऊर्जा संयंत्र, सौर जल तापन प्रणाली और सौर स्ट्रीट लाइटें कम बिजली खपत में योगदान करती हैं।
एनबीसीसी ओडिशा की प्रगति में भागीदार
एनबीसीसी ओडिशा में प्रमुख इनफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के विकास के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है। एनबीसीसी के कुछ प्रमुख परियोजनाओं में, 500 बिस्तरों वाला चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल, तालचेर, नए चिकित्सा महाविद्यालय के लिए खेल सुविधाओं का विकास, विज्ञान अकादमी, जाजपुर में व्यास सरोवर का विकास, आई.आई.टी.,भुवनेश्वर,रेवेनशॉ विश्वविद्यालय कटक, उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय आदि,शामिल हैं।
उपर्युक्त के अतिरिक्त, एनबीसीसी ने सहकारी क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना के निर्माण के लिए कृषि-अवसंरचना के निर्माण में प्रवेश किया है। अब तक राज्य में विभिन्न प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों एवं सहकारी बैंकों के साथ 56 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये जा चुके हैं। निर्मित हो जाने के बाद ये भंडारण इकाइयाँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सहायता करेंगी और किसानों को लाभान्वित करेंगी।