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असम में गैंगरेप के आरोपी का शव दफनाने के लिए नहीं मिली जगह,

असम के नागांव जिले में धींग सामूहिक बलात्कार की घटना के मुख्य आरोपी की तालाब में कूदकर मौत हो गई. गैंगरेप में 3 में से एक आरोपी तफजुल इस्लाम का शव एक तालाब से बरामद किया गया. ये घटना तब हुई जब वह पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश कर रहा था. इस मामले पर एसपी नागांव स्वप्ननील डेका ने कहा कि पुलिस की एक टीम उसे जांच के लिए कल रात घटनास्थल पर ले गई थी, वो भागने की कोशिश कर रहा था और घटनास्थल के पास स्थित एक तालाब में कूद गया. उन्होंने कहा कि हमारे पुलिसकर्मी तलाशी अभियान में लगे हुए थे और SDRF टीम की मदद से हमने आज सुबह तालाब से उसका शव बरामद किया है. इस मामले पर अब राजनीति शुरू हो गई है, टीएमसी नेता कुणाल घोष ने इस पर संदेह जताया तो वहीं असम के मंत्री ने टीवी 9 भारतवर्ष से बातचीत करते हुए उन पर पलटवार किया है. TMC नेता कुणाल घोष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर कहा कि असम में सामूहिक बलात्कार अपराधियों को राजनीतिक समर्थन देने का आरोप है, इस मामले पर एक गिरफ्तारी हुई है, तभी वह तालाब में गिर गया और पुलिस द्वारा जांच के लिए मौके पर ले जाते समय उसकी मौत हो गई. कथित तौर पर बाकी नामों और शीर्ष प्रमुखों की पहचान छुपाने के लिए ये ऑपरेशन किया गया. क्या ये न्याय है? TMC नेता पर पलटवार करते हुए असम सरकार में मंत्री पीजूष हजारिका ने कहा कि असम में न्याय मिलता है. बंगाल में इतनी बड़ी घटना हो गई, अब तक कुछ नहीं हुआ. सबूत मिटाने का काम किया गया, लेकिन हमने तुरंत एक्शन लिया, आरोपी को पकड़ा, वो भागते हुए मर गया, इसमें पुलिस की क्या गलती है. बाकि आरोपी भी जल्द पकड़े जाएंगे. कल नगांव में इलाज करा रहे ढींग रेप की पीड़िता के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में मंत्री ने जानकारी ली थी, डॉक्टर ने बताया कि पीड़िता की हालत में सुधार हो रहा है. सभी से वादा किया कि हमारी सरकार ऐसे जघन्य अपराध करने वाले अपराधियों को नहीं बख्शेगी. तालाब से आरोपी का शव मिलने के बाद गांव की महिलाएं ने कहा, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा, अभी 2 आरोपी आराम से बाहर घूम रहे हैं, उन्हें भी पकड़ा जाए और ऐसी सजा मिले कि दुनिया याद रखे. महिलाओं ने कहा उन दोनों को पकड़कर हमारे हवाले किया जाए, हम उन्हें सजा देंगे, ऐसी सजा कि दुनिया याद रखे और वहशी दरिंदे कुछ गलत करने से पहले सोचे. आरोपी की मौत के बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया, इसके बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिवार वालों को सौंपा गया. इस दौरान गांव वालों ने उसके परिवार के बॉयकॉट का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि हम उसके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे. वहीं ये भी कहा कि यहां उसे दफनाने के लिए कब्र की जगह नहीं देंगे.

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