बाँस घाट , यह नाम सुनते ही अक्सर पटना का वो गंगा किनारे का मंजर याद आने लगता है जहां पर की इंसान के अंतिम संस्कार के लिए आख़िरी वक़्त में ले जाया जाता है । इसी बांस घाट की प्रक्रियाओं पर आधारित एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया गया है जिसकी स्क्रीनिंग कल मुम्बई में की गई । इस शॉर्ट फिल्म में अभिनेता अमित रंजन ने मुख्य भूमिका निभाई है। ये अमित रंजन वहीं है जिन्होंने प्रकाश झा निर्मित एमएक्स प्लेयर की आश्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । इस बांस घाट की कहानी एक गरीब परिवार की कहानी है जिसमें दिखाया गया है कि जब कोई इंसान अपना इलाज कराने के पैसे तक नहीं जुटा पाता तो ऐसे में उस इंसान के साथ ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जो मिलता है वो उसके साथ कैसा सुलूक करता है । इस शॉर्ट फिल्म में ज़िन्दगी के तमाम उन पहलुओं को छूने की कोशिश की गई है जिनसे आम फिल्ममेकर दूर भागकर रहना पसंद करते हैं और इन्हें कोई भाव देना या दिखाना भी पसन्द नहीं करता । बाँस घाट की पूरी शूटिंग बिहार के शेखपुरा, बरबीघा, बाढ़ और पटना में ही कि गई है ।
इस शॉर्ट फिल्म के केंद्र में अमित रंजन ने एक गरीब परिवार के मुखिया का किरदार निभाया है, उनके द्वारा निभाये गए किरदार को देखने के बाद यही प्रतीत हुआ कि शायद वे ही सबसे बेस्ट तरीके से इस किरदार को निभा भी सकते थे ।
वीर सीने प्रोडक्शन और मगध मूवी हाउस के बैनर तले बनी शॉर्ट फिल्म बाँस घाट के निर्माता हैं विकास वीर व रविनंदन कुमार , इस बाँस घाट का निर्देशन किया है ललित झा ने । छायांकन किया है राजू सोनी ने । बैकग्राउंड स्कोर दिया है प्रफुल्ल कारलेकर ने , एडिटर हैं अमित जायसवाल व अभिषेक सिंह। बाँस घाट के मुख्य किरदार हैं अमित रंजन, पिंकी सिंह,अनंत गौतम, रवि शंकर व धर्मेंद्र । इस फिल्म के प्रचारक संजय भूषण पटियाला है।.