अजमेर, 19 दिसम्बर
राजस्थान के सनसनीखेज हाई प्रोफाइल अपराध सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल सात बदमाशों को सोमवार देर रात कड़ी सुरक्षा में प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल अजमेर में शिफ्ट किया गया है।
सभी आरोपितों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम देर रात कड़ी सुरक्षा में अजमेर जेल लेकर पहुंची थी। बता दें कि 2 जनवरी तक कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया है। एनआईएन ने कोर्ट के आदेश पर पांच दिन पहले ही इस हत्याकांड से जुड़ी केस डायरी और आरोपितों को अपने कब्जे में लिया था।
हाई सिक्योरिटी जेल अधीक्षक पारस जांगिड़ ने बताया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के गिरफ्तार आरोपित रामवीर पुत्र सत्यवीर, उधम सिंह पुत्र राजकुमार, रोहित राठौर पुत्र गिरधारी सिंह राठौड़, नितिन पुत्र कृष्ण कुमार, भवानी सिंह उर्फ रोनी पुत्र बजरंग सिंह, राहुल पुत्र वीरेंद्र सिंह, संदीप उर्फ वीरेंद्र पुत्र नरेश को रात एनआईए की टीम अजमेर लेकर पहुंची थी। सभी आरोपितों को जेल में शिफ्ट किया गया है। सभी को कड़ी सुरक्षा में जेल में रखा गया है।
बता दे की प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल में 200 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी सजा काट रहे हैं। जिसमें लॉरेंस बिश्नोई, आनंदपाल सहित विभिन्न गैंग के बदमाश बंद है। इसके साथ ही अब सुखदेव सिंह गोगेमेड़ी हत्याकांड में शामिल आरोपितों को भी यहां रखा गया है। इस हत्याकांड के शूटरों तक हथियार पहुंचाने वाला कोटा के गुमानपुरा निवासी हिस्ट्रीशीटर महेंद्र उर्फ समीर हथियार लेकर फरार हो गया। जिसे पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस को अंदेशा है कि महेंद्र के पास एके-47 भी हो सकती है, क्योंकि उसकी पत्नी पूजा सैनी के पास से पुलिस को एक फोटो मिली हैं, जिसमें उसके फ्लैट पर एके-47 रखी हुई है। यह एके-47 राजू ठेहट हत्याकांड के लिए मंगवाई गई थी। महेंद्र ने हत्याकांड के लिए हथियार और पैसे की व्यवस्था की थी। महेन्द्र ने परिचित युवती के बैंक खाते में चंडीगढ़ से किसी के जरिए 6 लाख रुपए मंगवाए थे। पुलिस ने महेंद्र पर 2 लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है।
उल्लेखनीय है कि पांच दिसंबर को दोपहर करीब एक बजे दो बदमाशों ने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाईं, फिर भाग निकले थे। गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था।