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महिला संवाद बना गाँव की चौपाल का नया स्वर, सिवान में आज 7100 से अधिक महिलाओं ने मिलाया स्वर

सिवान, 21 अप्रैल 2025 सोमवार।
“बोल उठी है अब हर नारी,
नया बिहार रचने की तैयारी।
संवाद से शक्ति की पहचान बनी,
हर गाँव में अब नई कहानी बनी।”
सिवान जिले के 16 प्रखंडों में चल रहे महिला संवाद कार्यक्रम ने आज एक नया कीर्तिमान रच दिया है। 21 अप्रैल 2025 तक 25600 से अधिक ग्रामीण महिलाएं इस ऐतिहासिक पहल का हिस्सा बन चुकी हैं। यह कार्यक्रम न केवल संवाद का माध्यम बना है, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास, आकांक्षाओं और अभिव्यक्ति का सशक्त मंच बनकर उभरा है।बिहार सरकार और जीविका की इस संयुक्त पहल ने गांव की हर गली, चौपाल और पंचायत को जागरूकता और सहभागिता के रंग में रंग दिया है। महिला संवाद के माध्यम से महिलाएं अब खुलकर अपनी बात रख रही हैं — शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, पोषण, सुरक्षा और हक-अधिकार जैसे विषयों पर। यह कोई साधारण कार्यक्रम नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के भीतर सुलग रही आशाओं की लौ को एक दिशा देने का प्रयास है।जीविका सिवान की मेहनत, योजना और प्रतिबद्धता से यह कार्यक्रम हर पंचायत में सफलतापूर्वक आयोजित हो रहा है। एलईडी रथों के माध्यम से फिल्म प्रदर्शन, ऑडियो-विज़ुअल संवाद, प्रेरणादायक कहानियाँ और सरकार की योजनाओं की जानकारी ने इसे एक जीवंत अनुभव बना दिया है। हर स्थान पर उत्साह से भरपूर महिलाओं की भागीदारी यह दिखा रही है कि आज की महिला सुनना ही नहीं चाहती, बोलना भी जानती है।
“हर महिला अब खुद को जान रही है,
संवाद की शक्ति को पहचान रही है।
जहाँ कभी चुप्पी थी, वहाँ अब चर्चा है,
सिवान की हर नारी अब परिवर्तन की चर्चा है।”
महिला संवाद कार्यक्रम आने वाले दिनों में और भी पंचायतों तक पहुंचेगा, और हर महिला को यह विश्वास देगा कि उसकी बात सुनी जा रही है, उसकी भागीदारी महत्वपूर्ण है, और उसका भविष्य उज्ज्वल है।
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