सुपौल।
विगत विधानसभा चुनाव में सुपौल विधानसभा से महागठबंधन के प्रत्याशी रहे कांग्रेस नेता मिन्नत रहमानी लगातार सुपौल जिले में विकास कार्यों को लेकर प्रत्यनशील रहते हैं। इसी कड़ी में उन्होंने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय़ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात की है। मीटिंग के दौरान उन्होंने जिले में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर एवं टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर स्थापित किये जाने को लेकर विस्तृत चर्चा की और उनसे अनुरोध किया कि क्षेत्र के लिए उनकी मांगों पर विचार किया जाये।
मुलाकात के दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री से कहा कि बिहार में कोसी क्षेत्र अभी भी विकास से कोसो दूर है। यहां के लाखों मजदूरों, कामगार एवं युवा नौकरी हेतु लगातार दूसरे प्रदेशों में पलायन हो रहे हैं। इस क्षेत्र में मखाना प्रोसेसिंग यूनिट, जूट मिल, मछली पालन, मक्का उत्पादन आदि को यदि सरकार प्रोत्साहित करे तो सिर्फ सुपौल या कोसी ही नहीं बल्कि बिहार के आर्थिक विकास में बड़ी भूमिका निभाई जा सकती है । विगत दिनों आपने बिहार में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर समेत पाँच टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की है जो कि एक ऐतिहासिक क़दम है।
वहीं, पाँचों केंद्र में एक भी केंद्र कोसी या सीमांचल ज़िले में नहीं है। अतः आप से आग्रह है कि बिहार का दूसरा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर एवं एक टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर सुपौल में स्थापित करने की कृपा की जाए, जिससे हजारों परिवार को रोजगार का बड़ा अवसर मिलेगा और पलायन पर काफी हद तक रोक लगेगी।
मीटिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मांगों को पूरा किये जाने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि वे राज्य के विकास के लिए लगातार काम रहे हैं। इस दौरान मिन्नत रहमानी ने केंद्रीय मंत्री आग्रह किया कि एकबार वे सुपौल का स्वयं दौरा कर हकीकत और वस्तु स्थिति को देखें, जिससे जिले वासियों को खुशी होगी। केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद मीडिया में बयान जारी कर मिन्नत रहमानी ने ये आरोप लगाया है पिछले तीस वर्ष से लगतार सुपौल से बिहार सरकार और केंद्र सरकार में मंत्री हैं लेकिन सुपौल में उद्योग लगाने हेतु कोई पहल नहीं किया गया ।