संस्थागत सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (HNLU) ने आज नेशनल एकेडमी ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (N.A.C.I.N.) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य अप्रत्यक्ष कराधान और सीमा शुल्क कानूनों के क्षेत्र में पारस्परिक विकास को बढ़ावा देना है। विश्वविद्यालय और एन.ए.सी.आई.एन. के बीच एम. ओ. यू. के लक्ष्य हैं :- संगोष्ठियों,सम्मेलनों, कार्यशालाओं और अन्य शैक्षिक कार्यक्रमों का संयुक्त आयोजन। शिक्षणपद्धतियों, प्रशिक्षु विकास और अनुसंधान गतिविधियों में विकास पर जानकारी का आदान-प्रदान। विभिन्नकानूनी और प्रक्रियात्मक विषयों पर प्रशिक्षण संसाधनों का सह-साझाकरण। सहयोगात्मकअनुसंधान और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विकास। शैक्षिकउद्देश्यों के लिए एक-दूसरे की सुविधाओं और संसाधनों का पारस्परिक उपयोग। प्रो.विवेकानंदन, एच.एन.एल.यू. के कुलपति ने अपनी टिप्पणी में कहा, “इस समझौता ज्ञापन से एच.एन.एल.यू. एवं एवं एन.ए.सी.आई.एन. को क्षमता निर्माण, अनुसंधान और वकालत के क्षेत्रों में, जीएसटी, सीमा शुल्क और नारकोटिक्स के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भागीदार संस्थानों के बीच आपसी सीखने का एवं पारस्परिक रूप से लाभ होगा।” एन.ए.सी.आई.एन. के अतिरिक्त निदेशक श्री शैलेन्द्र कुमार ने कहा, “एच.एन.एल.यू. से विभिन्न कानूनी प्रक्रियाओं पर विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए यह एन.ए.सी.आई.एन. के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी है।” एमओयू पर एन.ए.सी.आई.एन. के अतिरिक्त निदेशक श्री शैलेन्द्र कुमार और एचएनएलयू के प्रभारी रजिस्ट्रार डॉ. विपन कुमार ने हस्ताक्षर किए। इस कार्यक्रम में एसआरएम विश्वविद्यालय, सोनीपत के माननीय कुलपति एवं एच.एन.एल.यू. के प्रतिष्ठित न्यायविद प्रोफेसर (डॉ.) परमजीत जसवाल श्री गोविंद मिरी, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता; और सुश्री शिवी शांगवान, उप निदेशक, एन.ए.सी.आई.एन., डीन, प्राध्यापकों और एचएनएलयू के कर्मचारी गणो की भी उपस्थिति थी। Share on FacebookTweetFollow usSave