अरुण मिश्र, गोपालगंज.
कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान को लेकर प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में बच्चों की वृद्धि निगरानी करायी जाती है, ताकि कुपोषित बच्चों की ससमय पहचान कर कुपोषण को दूर किया जा सके. वही बच्चों के माता-पिता को उचित परामर्श भी दिया जा सके. प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की वृद्धि निगरानी वजन, लंबाई और ऊंचाई की माप किया जाता है. इस कार्य को लेकर समाज कल्याण काफी ही सजग है .कुपोषित बच्चों की पहचान करने के साथ-साथ उसके वास्तविक आंकड़ों को पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन पर दर्ज करने, उनके अभिभावक को उचित परामर्श देने तथा कुपोषित बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच कराए जाने का निर्देश प्राप्त है. इतना ही नहीं अति गंभीर कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र एवं पुनर्वास केंद्र में रेफर किए जाने का निर्देश भी दिया गया है . बच्चों की शतप्रतिशत वृद्धि निगरानी को लेकर डीपीओ सीमा कुमारी के द्वारा सभी सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश देते हुए कहा गया है कि वृद्धि निगरानी के दौरान क्षेत्र में भ्रमण कर वृद्धि निगरानी कार्य की भौतिक जांच करें, ताकि कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने में कोई परेशानी नहीं हो. वही विभाग के निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन भी किया जा सके.