मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. शाम 4 बजे नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है जिन्हें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. इसके पहले बिहार में कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच बुधवार को बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राजस्व और भूमि सुधार मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि वो बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे. इस बीच सीएम नीतीश से उप मुख्यमंत्री ने मुलाक़ात की. दरअसल, 243 सदस्यीय विधानसभा में 36 मंत्री हो सकते हैं. वर्तमान में इसमें 30 मंत्री हैं, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दो उपमुख्यमंत्री शामिल हैं. बिहार की एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल का आखिरी विस्तार 15 मार्च, 2024 को हुआ था, जब 21 मंत्रियों ने शपथ ली थी. इसमें नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) से नौ और सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से 12 को मंत्री के रूप में शामिल किया गया था. इसके पहले 28 जनवरी, 2024 को नीतीश कुमार महागठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा के साथ वापस चले गए थे और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उसके 46 दिन बाद नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था. सूत्रों की मानें तो रणनीतिक मंत्रिमंडल फेरबदल आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. इसमें सभी समुदायों के संतुलित प्रतिनिधित्व पर मुख्य रूप से जोर दिया जा सकता है. इसके तहत जातीय समीकरणों को भी ध्यान में रखने पर सबसे ज्यादा जोर होगा. सूत्रों का कहना है कि दो मंत्री उच्च जातियों से नियुक्त किए जा सकते हैं जो संभवतः राजपूत और भूमिहार समुदायों से एक-एक होंगे. इसके अतिरिक्त, अत्यंत पिछड़ी जातियों से दो व्यक्तियों को शामिल किया जा सकता है, जिनमें से एक तेली समुदाय का प्रतिनिधित्व कर सकता है. पिछड़े वर्गों के एक सदस्य को एक और मंत्री पद आवंटित किया जा सकता है. बीजेपी कोटे से 4-5 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है.पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा और अनिल शर्मा में से किसी एक को स्वर्ण समुदाय से मंत्री बनाया जा सकता है.नवल किशोर यादव का नाम पिछड़े वर्ग से मंत्री पद के लिए चर्चा में है. वहीं महिला कोटे से कविता देवी का नाम सामने आ रहा है. इतना ही नहीं ऐसे मंत्री जिनके पास अभी दो या उससे अधिक विभाग है उनका विभाग भी छीना जा सकता है. कई मौजूदा मंत्री कई विभागों की देखरेख करते हैं. यह संभावना है कि इनमें से कुछ विभागों को नए मंत्रियों को सौंप दिया जाएगा. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा तीन विभागों का प्रबंधन करते हैं: सड़क निर्माण, खान और भूविज्ञान, और कला, संस्कृति और युवा. इसी तरह, मंत्री संतोष सुमन सूचना प्रौद्योगिकी, लघु जल संसाधन और आपदा प्रबंधन की देखरेख करते हैं. मंगल पांडे, नीतीश मिश्रा और प्रेम कुमार सहित अन्य मंत्री दो-दो विभाग संभालते हैं. इनके विभागों में कटौती की जा सकती है. बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल में वर्तमान में 30 मंत्री हैं, जिसमें बीजेपी के 15, जदयू के 13, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के 1 और 1 निर्दलीय शामिल हैं. बीजेपी कोटे से मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल ने इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में अब मंत्रिमंडल में 7 मंत्रियों की एंट्री हो सकती है.
मंत्रिमंडल विस्तार में भूमिहार-राजपूत सहित इन जातियों से बनेंगे मंत्री ! नए मंत्रियों का शपथ शाम 4 बजे हो सकता है
