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भाकपा की 98वीं सालगिरह और पूर्व महासचिव कॉमरेड ए. बी. बर्धन की पुण्यतिथि मनाई गई

पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की संस्थापना की 98वीं सालगिरह और भाकपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड ए. बी. बर्धन की 9वीं पुण्य तिथि मंगलवार को जनशक्ति परिसर में मनाई गई। कायर्क्रम की शुरुआत पूर्व महासचिव कॉमरेड ए. बी. बर्धन की तस्वीर पर पुष्पांजलि के साथ हुई। इस मौके पर भाकपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से फासीवादी रास्ते पर चलने वाली जन विरोधी भाजपा सरकार को सत्ता से हटाने और बिहार में पार्टी की जनाधार को मजबूत करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व सांसद नागेंद्र नाथ ओझा ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का इतिहास गौरवशाली का है। देश में कल्याणकारी योजनाओं को लागू कराने में भाकपा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। केंद्र सरकार देश को फासीवादी रास्ते पर ले जा रही है। यह सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं। हमारा पहला लक्ष्य केंद्र की सत्ता से साम्प्रदायिक उन्माद पैदा करने वाली भाजपा सरकार को हटाना है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनावी फायदा के लिए 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का उदघाटन करने जा रहे हैं और आर एस एस के द्वारा पूरे देश में धार्मिक उन्माद पैदा किया जा रहा है। इसका डट कर मुकाबला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को करना है। उन्होंने कहा कि भारतीय कम्युनिस्सट पार्टी बैंकों का राष्ट्रीय कारण, राजा महाराजाओं का प्रिवीपर्स और मजदूरों के हक में कानून बनवाने का कार्य किया। भाकपा की गौरवशाली इतिहास को देश की जनता को बताने की जरूरत है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए, भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि आने वाले दिनों में पार्टी संघर्ष को तेज करेगी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को इस बात का फख्र है कि भारतीय राजनीतिक परिदृश्य की उसकी समझदारी कालान्तर में सही साबित हो रही है और धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक एवं वामपक्षी शक्तियाँ एकजुट होकर आर-पार की लड़ाई के मार्ग पर अग्रसर हो रही है। पार्टी की संस्थापना की 98वीं सालगिरह के इस ऐतिहासिक अवसर पर हम अपने संकल्प को दुहराते हैं कि संघ-भाजपा की खतरनाक वैचारिकी, आम जनविरोधी तथा कॉरपोरेट परस्त नीतियों और क्रियाकलापों से मुक्त समावेशी भारत-भावना से प्रेरित अनुप्रमाणित नये भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभायेंगे और आने वाले शताब्दी वर्ष तक अपना राजनैतिक-सांगठनिक विस्तार सुनिश्चित करते हुए पार्टी के ऐतिहासिक कार्यभार-जनवादी क्रांति के मार्फत समाजवादी समाज की रचना के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ेंगे। 26 जनवरी, 2024 गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला, प्रखंड तथा शाखा स्तर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर संविधान की प्रस्तावना का पाठ करते हुए संविधान और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा का संकल्प लिया जायेगा। 30 जनवरी, 2024 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस को सभी जिलों में प्रभावकारी ढंग से साम्प्रदायिक धुवीकरण और धर्मान्धता विरोधी दिवस के रूप में मनाया जायेगा। 26 से 30 जनवरी के बीच धार्मिक उन्माद के बढ़ते खतरों के खिलाफ जगह-जगह गोष्ठियाँ आयोजित कर समावेशी राष्ट्रीय बिरासत और सद्भाव का संदेश फैलाया जाये। पार्टी की ओर से प्रस्ताव राज्य सचिव मंडल सदस्य रामबाबू कुमार ने पेश किया, जिसे सर्व सम्मति से पारित किया गया। समारोह को राज्य सचिव मंडल सदस्य एम. जब्बार आलम, जानकी पासवान, निवेदिता, ओमप्रकाश नारायण, प्रमोद प्रभाकर, विजय नारायण मिश्रा, मिथिलेश कुमार झा, विधायक दल के नेता सूर्यकांत पासवान, विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक रामरतन सिंह आदि ने संबोधित किये। संचालन राज्य सचिव मंडल सदस्य रामबाबू कुमार ने की।

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