ePaper

बिहार में रिकॉर्ड तोड़ रही गर्मी, बेहोश हुई 60 छात्राएं, अस्पताल में कराया जा रहा भर्ती, स्कूल बंद करने की उठी मांग

बिहार में चिलचिलाती धूप और हीट वेव के कहर के बीच सरकारी स्कूल खुले हुए हैं. बिहार में भीषण गर्मी के बीच बच्चों का हाल बेहाल है. दरअसल बिहार के अधिकांश शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार चला गया है. वहीं औरंगाबाद जिले में तो पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. लेकिन, इस भीषण गर्मी के बीच भी बिहार के सरकारी स्कूल खुले हुए हैं. ऐसे में गर्मी के कारण स्कूली बच्चे रह रहकर बेहोश हो रहे हैं तो टीचर भी गर्मी से त्रस्त हैं. जानकारी के अनुसार बिहार के अलग-अलग जिलों के सरकारी स्कूलों में भीषण गर्मी के कारण अब तक करीब 60 छात्राएं बेहोश हो गयी हैं, जिनका इलाज जारी है. गर्मी से बेहाल बच्चों की स्थिति जानने राजधानी पटना के कन्या मध्य विद्यालय पहुंची तो बच्चों ने सरकार से एसी लगाने की मांग कर डाली. स्कूल के क्लास रूम में पंखे जरूर चल रहे हैं लेकिन बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं और किताब कॉपी को पंखा के रूप में इस्तेमाल करते नजर आ रहे. बच्चे केके पाठक से डिमांड रहे हैं कि इतनी गर्मी ने पढ़ाई करना संभव नहीं है ऐसे में या तो AC लगा दें या स्कूल बंद कर दें. भीषण गर्मी के कारण पटना जिले के बाढ़ इलाके में 6 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गयी है. छात्राओं का इलाज जारी है. वहीं शेखपुरा में हिट वेव से जन जीवन व्यस्त है तो दूसरी तरफ स्कूल में पढ़ाई करने आ रही छात्राएं बेहोश हो रही हैं. ऐसे में उत्तेजित अभिभावक सड़क पर उतर कर सरकार की तुगलकी फरमान को वापस लेने की मांग कर रहे है. अरियरी प्रखंड के मनकौल गांव में अवस्थित उत्क्रमित मिडिल स्कूल में सुबह प्रार्थना के दौरान सात से ज्यादा छात्रा विहोश होकर जमीन पर गिर गई. स्कूल में अफरा तफरी होने लगी. दो छात्रा को गंभीर हालत में सदर अस्पताल पहुंचाया गया है. घटना की खबर सुनते ही बच्चो का अभिभावक स्कूल पहुंच कर हंगामा करने लगी एक छात्रा की मां की रोने लगी. बच्चे स्कूल बंद करने की गुहार लगा रहे हैं. सड़क जाम से यातायत प्रभावित हो गया. बताया जा रहा है कि स्कूल के कमरे के अंदर एग्जिट फैन नहीं है जिसके कारण जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है पूरा कमरा गैस से भर रहा है और छात्र छात्राओं की स्थिति बिगड़ रही है. बेगूसराय में भी बढ़ती गर्मी के बीच अचानक एक दर्जन से अधिक छात्रा बेहोश हो गईं. बेहोशी के हालात में छात्रा को उसे जगह से उठाकर इलाज के लिए मटिहानी पीएचसी में भर्ती कराया जहां सभी छात्रा का इलाज चल रहा है. यह पूरा मामला मटिहानी थाना क्षेत्र के मटिहानी मध्य विद्यालय की है. बेहोश होने के बाद आनन फानन में स्कूल के शिक्षकों ने छात्राओं को इलाज के लिए मटिहानी पीएससी में भर्ती कराया जहां उपचार जारी है, जैसे ही स्कूल कैंपस में ही आधा दर्जन छात्रा बेहोश होकर गिरा. वैसे ही स्कूल के कैंपस में अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. वहीं इस स्कूल के शिक्षकों ने बताया है कि यह बिहार सरकार का तुगलकी फरमान है, जिससे कारण कारण सुबह 6:00 बजे से ही विद्यालय संचालित होता है। और इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है.बता दें, गया सहित पूरा बिहार इनदिनों लू की चपेट में है. बिहार में भीषण गर्मी ने इस बार का 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गया, औरंगाबाद और अरवल जिले में सबसे ज्यादा तापमान रिकार्ड दर्ज किया गया है. बता दें, सबसे ज्यादा तापमान बिहार के औरंगाबाद जिले में देखने को मिला यहां 48 डिग्री के करीब तापमान पहुंच गया वहीं अरवल में 46.9 और गया में 46.8 डिग्री तापमान पहुंच गया है. गया की बात करें तो गया में 1970 में 14 मई को 47.01 डिग्री तापमान पहुंचा था जहां इस बार गया में यह तापमान इसके करीब पहुच गया है, दिन हो या रात दोनों समय में ही लोग गर्मी से परेशान दिख रहे हैं सूर्य की तेज किरणे लोगों के शरीर को झुलसा दे रही है.

Instagram
WhatsApp