बेगूसराय:भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए एक पहल के रूप में बरौनी रिफाइनरी द्वारा दो दिवसीय सीपीएसई स्तरीय “विक्रेता विकास कार्यक्रम सह औद्योगिक उत्पाद प्रदर्शनी” का आयोजन 16 और 17 फरवरी 2024 को रिफ़ाइनरी टाउनशिप स्थित जुबिली हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन दिनांक 16 फरवरी 2024 को श्री सत्य प्रकाश, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख और श्री सम्राट मुरलीधर झा, सहायक निदेशक, एमएसएमई, डीएफओ,पटना, श्रीमती प्रीति सिंह, मुख्य प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, बरौनी रिफाइनरी कैंपस, जी आर के मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना), एस जी वेंकटेश, मुख्य महाप्रबंधक (टीएस एवं एचएसई), सुशांत सहा, महाप्रबंधक (सामाग्री एवं संविदा) और महाप्रबंधकगण की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर किया। बैठक का आयोजन ऑफलाइन मोड में स्थानीय विक्रेताओं द्वारा व्यक्तिगत रूप से भागीदारी के लिए आयोजित किया गया जिसमें एनटीपीसी, एचयूआरएल, एसबीआई, यूको बैंक, ईआईएल जैसे सीपीएसई, एमएसएमई, जीईएम जैसे वैधानिक निकायों और पूरे भारत से विक्रेताओं के 228 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
श्री सत्य प्रकाश, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख ने विक्रेताओं, विशेषकर महिला उद्यमियों की भूमिका पर जोर दिया, क्योंकि वे समाज के विकास के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में 15 महिला विक्रेताओं की भागीदारी उत्साहजनक है, जिसे महिला उद्यमियों के लिए 3% एमएसएमई आरक्षण को पूरा करने के लिए और बढ़ावा देने की जरूरत है। बरौनी रिफाइनरी 6 से 9 एमएमटीपीए क्षमता तक विस्तार कर रही है। पेट्रोकेमिकल इकाइयाँ आ रही हैं, जिन्हें एमएसएमई उद्यमों से समर्थन की आवश्यकता है। उन्होंने विक्रेताओं से स्थानीय स्तर पर विनिर्माण शुरू करने का आह्वान किया, क्योंकि बेगुसराय उत्तर बिहार में एक औद्योगिक केंद्र बन रहा है। भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में सरकार की आत्मनिर्भर भारत नीति की भूमिका को साझा किया। साथ ही विक्रेताओं से अपने सभी संविदात्मक दायित्वों में सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने का आग्रह किया। आगे उन्होने कहा की बरौनी रिफाइनरी के विकास के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में व्यापार सहयोगियों के योगदान की सराहना है। उन्होंने बरौनी रिफाइनरी के रखरखाव और विकास में उनके अपार योगदान की भी सराहना की। उन्होंने व्यावसायिक सहयोगियों को सलाह दी कि वे गवर्नमेंट ई – मार्केटप्लेस (जेम) के माध्यम से निविदाओं में प्रभावी भागीदारी के लिए खुद को नियमित रूप से अपडेट और सुसज्जित करें। इस क्षेत्र के विकास में इंडियनऑयल के प्रयास में हितधारकों की भूमिका निभाने के लिए विक्रेताओं को प्रोत्साहित किया।
श्री एस जी वेंकटेश, सीजीएम (टीएस एवं एचएसई) ने अपने सम्बोधन में एमएसएमई विक्रेताओं के महत्व को समझाया, क्योंकि वे भारतीय अर्थव्यवस्था में 40% योगदान करते हैं। एमएसएमई क्षेत्र में 13 करोड़ लोग कार्यरत हैं, जो सरकारी क्षेत्र से दस गुना अधिक है। उन्होंने मोरबी, गुजरात का उदाहरण दिया जहां एमएसएमई उद्यमियों ने इसे भारत में उच्चतम प्रति व्यक्ति आय वाला क्षेत्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी क्रम में, बरौनी रिफाइनरी और आसपास के उद्योग क्षेत्र के एमएसएमई विक्रेताओं को विकसित करने में उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
श्री सुशांत साहा, जीएम (सामाग्री एवं संविदा) ने अपने स्वागत भाषण में विक्रेताओं से क्षेत्र के विकास में आईओसीएल के प्रयास में हितधारकों की भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने हमारी खरीद प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्व को व्यक्त किया। श्री सम्राट मुरलीधर झा, सहायक निदेशक, एमएसएमई, डीएफओ पटना ने एमएसएमई विक्रेताओं के विकास के लिए प्रोत्साहन और योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने एमएसएमई पीपीपी नीति के कार्यान्वयन और पेटेंट शुल्क की प्रतिपूर्ति के संबंध में विक्रेताओं के प्रश्नों को भी स्पष्ट किया। भाग लेने वाले सीपीएसई और विक्रेताओं द्वारा स्वदेशी उत्पादों में अपनी विशेषज्ञता दिखाते हुए 18 स्टॉल लगाए गए, जो पहले आयात किए जाते थे।
कार्यक्रम के पहले दिन के दौरान, एनटीपीसी, पेट्रोबोट साइंटिफिक, केईआई इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। वित्त विभाग द्वारा जीएसटी पर प्रस्तुति दी गई और इंडियन ऑयल के सामाग्री एवं संविदा विभाग द्वारा खरीद प्रक्रिया पर प्रस्तुति दी गई। GeM और VIM पोर्टल में पंजीकरण में विक्रेताओं को एम एंड सी विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा सहायता प्रदान की गई।
कार्यक्रम के दूसरे दिन, श्री विनीत सिंघल, कार्यकारी निदेशक (सतर्कता), कॉर्पोरेट कार्यालय ने 70 के दशक से लेकर 9 एमएमटीपीए क्षमता वृद्धि के इस चरण तक बरौनी रिफाइनरी के निर्माण में विक्रेताओं के योगदान की सराहना की। उन्होंने विक्रेताओं और खरीदारों दोनों में सतर्कता जागरूकता के महत्व पर जोर दिया, ताकि न्यायपूर्ण और समान समाज का निर्माण हो और सभी को जीने और समृद्ध होने का समान अवसर मिले। महेश कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (सतर्कता), कॉर्पोरेट कार्यालय एन राजेश, महाप्रबंधक (सतर्कता) ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। यूको बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री जावेद और जीईएम-एसपीवी प्रबंधक श्री अजय कुमार की प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया। भाग लेने वाले विक्रेताओं जैसे पेट्रोबोट, केईआई, पायरो इलेक्ट्रिक, एडवांस वाल्व, यूनिकेयर, प्रोटिगो, ज्योति लिमिटेड, फ्लेक्सथर्म और सरस्वती कंस्ट्रक्शन ने भी मेक इन इंडिया ड्राइव में अपने योगदान पर अपनी जानकारीपूर्ण प्रस्तुतियाँ दीं।
कार्यक्रम को प्रतिभागियों ने खूब सराहा और उन्होंने इस तरह के आयोजनों के लिए बरौनी रिफाइनरी में फिर से आने की उत्सुकता व्यक्त की।