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पुर्व सांसद मुनिलाल राम का पुत्र बताकर मतदाता से वोट मांग रहे भाजपा प्रत्याशी शिवेश राम

लेकिन सासाराम लोक सभा क्षेत्र के मतदाता भी पुर्व सांसद रहे मुनिलाल राम के समय शुन्य रहे विकास कार्य को दिला रहे हैं याद,सासाराम क्षेत्र का विकास करूंगा कह रहे कांग्रेस प्रत्याशी मनोज कुमार राम 
अंजुम अधिवक्ता
 सासाराम। सासाराम लोकसभा क्षेत्र रोहतास जिला के तीन विधानसभा तथा कैमूर जिला के तीन विधानसभा को मिलाकर बना है, पुर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम से लेकर उनकी पुत्री मीरा कुमार, मुनीलाल और छेदी पासवान यहां के कई बार सांसद रहे हैं लेकिन इस बार बीजेपी ने 4 बार सांसद रह चुके छेदी पासवान को टिकट नहीं दिया है वहीं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मीरा कुमार ने भी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है, बीजेपी ने इस बार सासाराम के सांसद रह चुके मुनिलाल के पुत्र शिवेश राम पर दांव खेला है, वहीं कांग्रेस ने मनोज कुमार राम मुख्य रूप से सासाराम संसदीय क्षेत्र निवासी को जनता से इज्जत दिलाने का काम किया है मनोज कुमार राम के सगे भाई की पत्नी वर्तमान में रोहतास ज़िला परिषद अध्यक्षा है एवं सासाराम क्षेत्र का विकास करूंगा कह रहे हैं कांग्रेस प्रत्याशी मनोज कुमार राम। दलित बहुल इस इलाके में जितने भी सांसद रहे उन सब ने अपने स्तर से इलाके में जो भी किया फिर भी सासाराम लोकसभा क्षेत्र का पर्वतीय इलाका विकास से कोसों दूर है, कांग्रेस परंपरागत सीट में देखना होगा कि इस बार कांग्रेस का यहां किस तरह का परफॉर्मेंस रहता है। यहां के कुल मतदाता की बात करें तो 19 लाख 4 हजार एक सौ 73 मतदाता इस बार अपने मतों का प्रयोग करेंगे। रोहतास जिला के सासाराम, चेनारी तथा करगहर एवं कैमूर जिला के भभुआ, मोहनिया तथा चैनपुर को जोड़कर सासाराम एक सुरक्षित क्षेत्र है। यहां महिला मतदाता 9 लाख 9 हजार 9 सौ 2 हैं एवं 9 लाख 89 हजार 8 सौ 22 पुरुष मतदाता हैं। यहां थर्ड जेंडर की संख्या भी 29 है। आंकड़ों में चमार जाति की संख्या यहां सबसे अधिक है, उसके बाद यह इलाका कुशवाहा तथा वैश्य बहुल है, सवर्ण में यहां ब्राह्मण वर्ग के मतदाता की संख्या भी काफ़ी है, 9% से अधिक मुसलमान भी हैं मगर विजय दिलाने में अति पिछडी जाति निर्णायक साबित होती हैं, पिछड़ी जातियों में सबसे अधिक कुशवाहा समाज का वोट है उसके बाद कुर्मी तथा यादव जाति के लोग इस इलाके में हैं साथ ही पहाड़ी क्षेत्र में जनजाति वर्ग के भी वोटर हैं, चमार एवं दुसाध जाति की संख्या भी काफ़ी है लेकिन आंकड़े में सबसे अधिक मतदाता चमार जाति के लोग हैं, विधानसभा की बात करें तो पहले से ही चेनारी तथा मोहनिया सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र है इस कारण सासाराम लोकसभा क्षेत्र में दलित वर्ग का वोट महत्वपूर्ण है। सासाराम इलाका शुरू से कांग्रेस का गढ़ रहा है, बाबू जगजीवन राम लगातार यहां से सफल होते रहे हैं उसके बाद उनकी पुत्री मीरा कुमार कई बार चुनाव जीतकर कांग्रेस के इस किला को मजबूत करती रही हैं। विधानसभा के चुनाव में भी इस इलाके में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन रहा है, रोहतास जिला का करगहर तथा चेनारी विधानसभा चुनाव 2020 में कांग्रेस ने जीत दर्ज किया था तभी कांग्रेस अपना स्थान रखती है मगर 2014 तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के छेदी पासवान ने मीरा कुमार को शिकस्त दी उसके बाद भारतीय जनता पार्टी यहां मजबूत हुई उसके बावजूद सासाराम के सात विधानसभा क्षैत्र की सभी सीट पिछले विधनसभा चुनाव में महागठबंधन खाते गई थी, पूर्व लोक सभा स्पीकर एवं सासाराम सांसद मीरा कुमार जैसी बड़ी नेत्री का यहां से चुनाव लड़ने से इनकार कर देना कई सवाल खड़े करता गया है, मगर अब जनता सचेत है, स्थानीय एवं नए प्रत्याशी की प्रतीक्षा करने लगी थी, लोगों को अब मनोज कुमार राम से आशाएं जगी हैं, जो स्थानीय के साथ सर्वधर्म समभाव एवं सुभाग के धनी कहे जाते हैं। रोहतास तथा कैमूर इलाका धान का कटोरा कहा जाता है, खेती तथा किसानी इस इलाके का मुख्य मुद्दा है, आज भी लगभग 80 प्रतिशत लोग खेती से जुड़े हैं, किसानों की समस्या हर चुनाव में मुद्दा बनकर आती है, बड़ी समस्या सिंचाई की रहती है, खेती के समय नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर होती है, अगर पानी व्यवस्थित ढंग से खेतों तक नहीं पहुंचता तो किसान नाराज हो जाते हैं जिसका असर चुनाव में भी देखने को मिलता है। बता दें कि इलाके में नहरों का जाल तो बिछा हुआ है। सासाराम, करगहर, मोहनिया, चैनपुर इलाके में नहरों का पानी एक मुद्दा होता है। जो भी प्रत्याशी आते है किसानों की समस्याओं को लेकर मुखर होने का दावा करते हैं। धान की खरीदारी, गेहूं में पटवन भी चुनावी मुद्दा होता है। डेहरी सोन बराज, दुर्गावती जलाशय का पानी किसानों को पुर्ण रूप से नहीं मिलता है। सासाराम लोकसभा क्षेत्र धार्मिक तथा पर्यटन को लेकर भी महत्वपूर्ण है. कैमूर का मुंडेश्वरी धाम, तिलहर कुंड जलप्रपात, सासाराम का ऐतिहासिक शेरशाह सूरी मकबरा पहले से ही विश्व विख्यात है, सासाराम तारा चंडी देवी स्थान, चंदतन शहीद पीर पहाड़ी, चाचा फागुमल गुरुद्वारा, मांझर कुंड, धुआं कुंड जलप्रपात को देखने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं, यानि कि क्षेत्र का पहाड़ी गांव एवं शहर आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है तब यह सवाल उठता है कि क्या भारतीय जनता पार्टी लगातार अपने जीत की हैट्रिक बना पाएगी? क्योंकि इस बार भाजपा ने शिवेश राम पर दाव खेला है. शिवेश राम प्रत्याशी घोषित होने के बाद लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मेरे पिता कई बार इस इलाके का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, वह ये भी कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैगाम लेकर क्षेत्र में आए हैं, पुर्व सांसद मुनिलाल राम का पुत्र होने के नाते मुझे यहां के समाज से जुड़ने का मौका मिला है मगर सासाराम लोक सभा क्षेत्र के मतदाता मुनिलाल राम के समय शुन्य रहे विकास कार्य को भी याद दिला रहे है।
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