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जीएम कालेज परिसर में जबरन शौचालय और नाले का पानी गिराने से छात्र छात्राओं में रोष

बेतिया  स्थानीय गुलाब मेमोरियल कालेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो0 करीम खां ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि जीएम कालेज एक अल्पसंख्यक कालेज है जो वक्फ के जमीन पर किराए में चलता है यहां नियमित रूप से वर्ग संचालन होता है । इधर कालेज के बगल के वक्फ के मकान में रहने वाले फिरदौस आलम कुछ माह पहले अपने पुराने मकान तोड़कर नया पक्का मकान बनाए हैं। लाख मना करने के बाद भी कालेज परिसर में खिड़‌की, दरवाजा, खोल दिए हैं इतना ही नहीं अपने घर और शौचालय के नाला को कालेज परिसर में जबरन गढ्ढा खोदकर उसी में पानी जमा कर रहे हैं जिससे काफी बदबू आती है। इसको लेकर कालेज के छात्र छात्राओं ने कई बार मौखिक और लिखित शिकायत भी किया है जिसके आलोक में मेरे द्वारा ज़िला अवकाफ तथा स्थानीय अवकाफ़ कमिटी को इसकी सूचना दी गयी । फलस्वरूप  जिला अवकाफ़ कमेटी के अध्यक्ष, सचिव और सदस्यों द्वारा  निरीक्षण किया गया और फिरदौस आलम को 2 दिनों के अंदर गढ्ढा, नाला तथा खिड़की दरवाजा बंद करने का निर्देश दिया गया। परंतु दस दिन गुज़र जाने के बाद भी फिरदौस द्वारा ज़िला तथा स्थानीय अवकाफ़ कमिटी के निर्देशों का पालन नहीं किया गया । विदित हो कि उक्त गंदे पानी के जमाव से जहां एक ओर पूरे कालेज में बदबू फैली रहती है वहीं दूसरी ओर डेंगू फैलने का खतरा बना रहता है जो  चिंता का विषय है। हैरत की बात है कि फिरदौस द्वारा कॉलेज के शौचालय के आमने सामने खिड़की और दरवाज़ा खोल दिया गया है जिसके कारण कालेज की छात्राएं शौचालय जाने में अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं । प्रभारी प्राचार्य ने यह भी बताया कि उलटे फिरदौस और उनके परिजनों द्वारा कालेज प्रशासन एवं कर्मियों को धमकी  दी जाती है तथा रंगदारी की मांग भी की जाती है जिसका आवश्यकता पड़ने पर वह सबूत भी पेश करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जीएम कालेज एक अल्पसंख्यक कालेज है परंतु ये लोग इस कालेज को तोड़ने तथा इसकी छवि को खराब करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे ताकि कालेजकर्मियों का आठ साल से बकाया अनुदान रुक सके और कालेज की मान्यता समाप्त हो जाये। प्रभारी प्राचार्य ने यह भी कहा कि वक्फ न0 983 की यह अकेली संपत्ति है जो कालेज के कारण बची हुई है वरना उक्त वक्फ की कुल संपत्ति फिरदौस आलम के पूर्वजों द्वारा या तो बेंच दिया गया है या बंधक रखकर कब्जाधारी को सौंप दिया गया है । अब उक्त वक्फ की मात्र बची इस कॉलेज की ज़मीन पर उनकी गिद्ध दृष्टि बनी हुई है जिसपर येनकेन प्रकार से हड़पने का कुचक्र चल रहे हैं । उन्होंने यह भी कहा कि कालेज के छात्र छात्राओं द्वारा दिये गए आवेदन से संबंधित जानकारी से जिला प्रशासन और मुस्लिम समाज को अवगत कराने जा रहे हैं ताकि समय रहते इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके । उन्होंने स्पष्ट कहा कि उक्त समस्या का स्थानीय स्तर पर समाधान नहीं होने की स्थिति में छात्र छात्राओं तथा कालेजकर्मियों के भविष्य को देखते हुए ऊपर के स्तर तक जाने को तैयार हैं । इस अवसर पर कालेजकर्मियों समेत सैकडों की संख्या में छात्र छात्रा मौजूद थे।

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