हाजीपुर, वैशाली . जिलाधिकारी यशपाल मीणा एवं पुलिस अधीक्षक रविरंजन कुमार के द्वारा समाहरणालय सभागार में लोक आस्था का महापर्व छठ के अवसर पर विधि-व्यवस्था को संधारित करने के लिए प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की संयुक्त ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा गया कि छठ महापर्व आस्था, श्रद्धा और उपासना का पर्व है। इस अवसर पर छठ घाटों पर जाने वाले रास्ते एवं घाटों पर विशेष सतर्कता आवश्यक है। प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपनी प्रतिनियुक्ति के स्थल पर सभी पदाधिकारी समय से उपस्थित होकर वहाँ की सभी व्यवस्थाओं को देख लेंगे। अगर व्यवस्था में कोई चीज छूट रहा है तो उसकी तत्काल सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को देते हुए वरीय पदाधिकारियों को भी सूचित करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष का नं०-06224-260220 अपने पास जरूर रखें। जिलधिकारी ने कहा कि इस अवसर पर कुल 354 स्थानों पर पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। इस अवसर पर जिलाधिकारी के द्वारा महापर्व छठ की शुभकामनाएँ दी गयी और शांतिपूर्ण वातावरण में सद्भाव के साथ छठ पर्व मनाने की अपील की गयी।
जिलाधिकारी ने कहा कि महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी यातायात परिचालन के लिए बनायी गयी व्यवस्थाओं का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करायेंगे। घाटों पर प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी सबसे पहले उस घाट का निरीक्षण कर लेंगें। घाटों पर पटाखा की बिक्री तथा पटाखावाजी पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। उसे भी सुनिश्चित करायेंगे। घाटों पर पीए सिस्टम लगा हुआ है जिसके माध्यम से जरूरी सूचनायें लोगों को उपलब्ध कराते रहेंगे। जैसे गहरे पानी में नहीं जायें, वैरिकेडिंग के आगे पानी में नहीं जायें, एक जगह भीड़ न लगायें। उन्होंने कहा कि निजी नावों का परिचालन इस अवसर पर पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। इसे भी सुनिश्चित करायेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी महत्वपूर्ण एवं बड़े घाटों पर भी कंट्रोल रूम बनाया गया है तथा सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। इसके अतिरिक्त वॉचटावर से भी निगरानी की जाएगी। घाटों तक जाने वाले रास्तों में पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था कराने का निर्देश कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद हाजीपुर को दिया गया है। हाजीपुर स्थित गंडक नदी के किनारे कुल 06 घाटों को खतरनाक घोषित कर प्रतिबंधित किया गया है। इन घाटों में नमामि गंगे घाट -2, हजुरी मठ घाट क्लब घाट, तंगाल घाट एवं डोमा घाट सामिल है। जिलाधिकारी ने कहा कि पदाधिकारी चीजों को गंभीरता से लें, लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। घाटों पर सभी व्यवस्थाओं को समय रहते दुरूस्त करायें। ट्रैफिक व्यवस्था को कड़ायी से लागू करायें। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर अवकाश को रद्द किया जा रहा है। पदाधिकारी अपने कर्त्तव्य स्थल पर बने रहेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों की सभी घाटों का प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी भ्रमण कर संबंधित एसडीओ एवं एसडीपीओ को घाटों की सुरक्षा मानकों संबंधित प्रतिवेदन देगें एवं सभी संवदनशील स्थलों पर नजर बनाये रखेगें। उन्होंने कहा कि घाटों पर नाव, नाविक, गोताखोर एवं आपदा मित्र की प्रतिनियुक्ति आवश्यकतानुसार करेंगे। इस अवसर पर समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ उप विकास आयुक्त, रेलवे के वरीय पदाधिकारी सहित जिला स्तरीय पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिश पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी थाना प्रभारी एवं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।