सीमांचल ( अशोक / विशाल )
इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता है कि बिहार के इस सीमांचल में कांग्रेस और राजद का जनाधार व्यापक है।इस कारण बिहार की राजद इस सम्पूर्ण क्षेत्र पर बगुले की भांति हर समय नजरें टिकाये रहती है।चुनावों के दौरान अपनी पार्टी के पूरे महकमें को इस सीमांचल में उतारने की नई परिपाटी की शुरूआत करने वाली राजद का कोई भी नेता इधर से उधर नहीं हो , इस पर राजद अब पूरी चौकसी बरत रही है।जिस क्रम में अभी अभी राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की ओर से 6 जुलाई को जारी किया गया एक पत्र सीमांचल में राजद के प्रभावशाली नेताओं और कार्यकर्ताओं को भेजकर प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी से सावधान किया गया है।
पत्र में कहा गया है कि विभिन्न क्षेत्रों में प्रशांत किशोर की जन सुराज की स्वयं सेवी संस्था की गलतफहमी में राजद के कुछ सदस्यों के द्वारा जो सदस्यता ग्रहण की जा रही है वह राजद के लिए अति घातक और नुकसानदायक है।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रेषित पत्र में साफ तौर पर कह दिया है कि प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी मूल रूप से राजनीतिक पार्टी है जो भाजपा और अन्य धर्मावलंबी संगठन के द्वारा संचालित और वित्तीय सहायता प्राप्त है। जनसुराज पार्टी मूल रूप से भाजपा की बी टीम है जिसे भाजपा ने समाजसेवी संगठन का रूप धारण कराकर बिहार और खासकर सीमांचल में गैर भाजपा दलों में तोड़फोड़ और भ्रमित कराने के लिए तैनात कराने की राजनीतिक साजिश रची गई है।
पत्र में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने स्पष्ट कहा है कि राजद से जुड़े जो भी लोग जन सुराज पार्टी से सटने का प्रयास करते हुए इस तरह की दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होंगे उन पर राजद की ओर से समुचित कार्रवाई की जाएगी।दूसरी ओर से इस सीमांचल के पूर्णिया जिले के बायसी अनुमंडल क्षेत्र में युवा राजद की प्रदेश कमिटी से जुदा हुए पूर्व युवा राजद नेता शाहनवाज आलम ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के उक्त पत्र पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा है कि जिस राजद के स्वयंभू बड़े नेता ने गत लोक सभा चुनाव के दौरान पूर्णिया की ही सरजमीं से एनडीए को वोट दे देने तक की घोषणा कर दी थी उस पार्टी राजद के प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा अब प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को भाजपा की बी टीम बताया जाना हास्यास्पद नहीं तो क्या है।