खगौल (शोएब कुरैशी) छोटी खगौल जामे मस्जिद में शब 27 को 27 रोज़ का तरावीह मुकम्मल हुआ। इस मौके पर खानकाह मुनीमिया क़मारिया मीतन घाट, पटना सिटी के हाफ़िज़, क़ारी और मुफ़्ती मोहिबुल्लाह मिसबाही मुनीमिया साहेब 27 रोजा तरावीह पढ़ायें। इनकी कीरत की मोसल्लेयान ने काफ़ी तारीफ की और 27 दिनों तक मुक्तदी इनके पीछे शुकून से तरावीह पढ़ते रहें। इस मौके पर हज़रत मौलाना ओवैस अहमद ओवैसी मनेरी साहेब भी मौजूद थे। इसके बाद अल्लाहतालाह से दीन, दुनिया और अपने मुल्क में शांति, शुकून भाईचारगी बनी रहने और आख़रत के लिए दुआ मांगी गयी। आखिर में नज़राना की रक़म हाजी इज़हार साहेब के ज़रिये हाफ़िज़ साहेब को पेश कियें। इसके बाद मस्जिद में साल भर नमाज़ पढ़ाने और मस्जिद का खिदमत करने वालों को नायेब सदर इरफ़ान सिद्दीकी ने मोज़्ज़ीन साहेब को, सेक्रेटरी शोएब कुरैशी ने पेश ईमाम मौलाना सरफराज़ क़ासमी साहेब को, मोहम्मद शमशुद्दीन उर्फ़ पिंटू ने ख़ादिम साहेब को नज़राना पेश किये और मोहम्मद नेसार साहेब ने फूलों का माला पहना कर हज़रत मौलाना ओवैस अहमद ओवैसी मनेरी साहेब का इस्तक़बाल किये। एडीएम शकील अहमद ने अपने वालिद साहेब मरहूम शफी अहमद, एक्स फुटबॉलर के नाम से एक अदद हाफ़िज़ साहेब को कपड़ा पेश कियें और आफताब जायसवाल, खुर्शीद अनवर और दीगर हज़रात ने हाफ़िज़ साहेब, पेश ईमाम साहेब, मोअज़्ज़ीन साहेब और ख़ादिम साहेब को भी कपड़ा से नवाज़ा गया। आखिर में कमिटी के नाएब सदर मोहम्मद इरफ़ान सिद्दीकी, सेक्रेटरी शोएब कुरैशी केशियर सज्जाद आलम उर्फ़ गुड्डू, शकील अहमद, सज्जाद आलम ने मोसल्लेयान का शुक्रिया अदा किया। इसकी निज़ामत सज्जाद आलम उर्फ़ गुड्डू ने किया और फोटोग्राफर शमशाद अनवर थे।
