मो बरकतुल्लाह राही
अरवल,31मार्च:शाह शाद , सुऐब आलम,ने बताया कि कॉमरेड चंद्रशेखर 90 के दशक जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष चुने गए थे।जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय पिछड़े एवं दलितों के लिए आंदोलन करके वहां आरक्षण दिलवाए थे । छात्र जीवन के बाद बिहार में सक्रिय राजनीति शुरू किए उन्होंने लाल झंडे के बैनर तले गरीबों मजदूरी को अधिकार के लिए हमेशा लड़ते रहे।उसके बाद सिवान में सभा के दौरान शासक वर्गों के द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी। जिस तरह से देश में माहौल बनाया जा रहा है उनकी आज जरूरत थी लेकिन शासक वर्गों ने 31 मार्च 1997 को हत्या कर दिए है।शिक्षा, रोजगार,महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के मुद्दे से 2024 में चुनाव लड़ी थी बीजेपी लेकिन आज यह सब मुद्दा उनके मेन्यूफेस्टो से गायब हो गया और भ्रष्टाचार्यों को वॉशिंग मशीन में धोकर अपने पार्टी में ला रहे हैं और जो उनके पार्टी में नहीं जाते हैं उन्हें मीडिया सीबीआई के जरिए जेल के शिकंजों में डाला जा रहा है देश में अ घोषित आपातकाल ला दिया गया है यह देश लोकतंत्र और संविधान के लिए बहुत बड़ा खतरा है । इलेक्टोरल बांड पर बोलने से भाग रही है देश की सबसे बड़ी पार्टी इस कार्यक्रम में बीरबल प्रसाद, अलखदेव अशोक यादव, सहेंद्र कुमार, एवं पार्टी के लोग मौजूद थे।