बेतिया 23 नवम्बर ( अनिसुल वरा )
भाकपा माले द्वारा निकाले गए किसान- मजदूर संघर्ष यात्रा दूसरे दिन वालमीकि नगर, हरनाटाड़, चम्पापुर, नौरंगिया आदि स्थानों पर सभा किया गया, सभा को मुख्य रूप से इंकलाबी नौजवान सभा जिला अध्यक्ष फरहान राजा, भाकपा माले नेता परसुराम यादव, भिखारी प्रसाद, नेउर उरांव, नरेश माझी, लक्ष्मीना देवी, सुरेन्द्र चौधरी, अनिल गुप्ता सुधिर कुमार आदि नेताओं ने सम्बोधित किया।
सभा को सम्बोधित करते हुए नेताओं ने गन्ना मूल्य 400 रूपये प्रति कि्वन्टल घोषित करने, वैराइटी और रिजेक्ट का खेल बंद करने, घटतौली पर रोक, छोटे- मझोले किसानों के लिए सप्ताह में एक दिन पुवर डे घोषित कर चलान निर्गत करन तथा गन्ना किसानों को मिलने वालें सब्सिडी छोटे- मझोले किसानों को भी देने, गन्ना सेंस राशि में कटौती वापस करने जैसे किसानों के सवालों को प्रमुखता से उठाया,आगे नेताओं ने कहा कि मूल्य वृद्धि पर नियंतण कर भोजन, दवाओं, कृषि इनपुट और मशीनरी जैसी आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी हटाई जाए, पेट्रोलियम और रसोई गैस पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में काफी कमी की जाए।खाद्य सुरक्षा की गारंटी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सर्वव्यापी बनाया जाए।सभी के लिए मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य पानी और स्वच्छता के अधिकार की गारंटी के साथ नईशिक्षा नीति 2020 को रद्द करने की मांग उठाया।नेताओं ने वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) कड़ाई से लागू करने, वन संरक्षण अधिनियम, 2023 और जैव-विविधता अधिनियम और नियमों में संशोधन वापस लेने, केंद्र सरकार वन में निवास करने वालों को सूचित किए बिना जंगल से निकासी की अनुमति प्रसाशन नहीं देने की भी मांग को उठाया,देते हैं। जोतने वाले को भूमि सुनिश्चित करने की मांग की।
बिजली (संशोधन) विधेयक, 2022 को वापस लेने। कोई प्री-पेड स्मार्ट मीटर नहीं। काम के अधिकार को मौलिक बनाया जाए स्वीकृत पदों को भरे और बेरोजगारों के लिए गए रोजगार पैदा करें। मनरेगा का विस्तार करने, किसानी को बीज उर्वरक और बिजली पर सब्सिडी चढ़ाएं किसानों की उपज के लिए एमएसपी 27 सी-2450% की कानूनी गारंटी के और खरीद की गारंटी में किसानों की आत्महत्याओं को हर कीमत पर रोकें।
चार श्रम कोड व निश्चित अवधि के रोजगार कानून को वापस ले और काम पर समानता व सुरक्षा सुनिश्चित करें। श्रम का कैजुएलाइजेशन (Casualisation), व ठेकाकरण रद्द करें
नेताओं ने आदि सवालों को लेकर संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा और तमाम राष्ट्रीय मजदूर संघों के आह्वान पर देश भर में राज्य की राजधानी में राज्य भवन के समक्ष 26-27-28 नवम्बर को महापड़ाव का आह्वान किया है, इस महापड़ाव में पश्चिम चम्पारण से हजारों की संख्या में मजदूर किसान भाग ले, इसके लिए भाकपा माले ने पुरे जिले में किसान मजदूर संघर्ष यात्रा निकल कर अपील करते हुए कहा कि हजारों किसान भाग लेगें।