इमरजेंसी में उपलब्ध दवा की जानकारी नहीं रहने पर डाक्टरों को सिविल सर्जन ने लगाया फटकार,
रात्रि कालीन अस्पताल निरीक्षण से मचा हड़कंप।
कौनैन अली
बेगूसराय: रात्रि करीब 11:00 बजे बरौनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सिविल सर्जन डॉ.प्रमोद कुमार सिंह एवं डीपीएम मो.नसीम रजी के द्वारा निरीक्षण किया गया ।निरीक्षण के समय चिकित्सक मोहम्मद साजिद उपस्थित थे. इनके द्वारा कार्य किया जा रहा था । जीएनएम बबीता कुमारी और वसुधा कुमारी प्रसव संबंधित कार्य कर रही थी. बबीता कुमारी के द्वारा ड्रेस कोड का अनुपालन नहीं किया जा रहा था.निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने पाया कि चिकित्सक को आपातकालीन में कितनी प्रकार की दवाएं होना चाहिए इसकी पूर्ण जानकारी चिकित्सकों को नहीं था। आपातकालीन सेवा में ब्लड शुगर और हीमोग्लोबिन जांच की व्यवस्था उपलब्धता की आवश्यकता होती है परंतु नहीं था.इस निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन द्वारा डाक्टरों एवं जीएनएम को डांट फटकार लगाए ।साथ प्रभारी को निर्देश दिया गया कि अभिलंब सभी व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए।इसके बाद तदोपरांत 11:45 अनुमंडलीय अस्पताल तेघरा का निरीक्षण किया गया ।जहां डॉक्टर प्रभात कुमार विशेषज्ञ चिकित्सक अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहे थे। वहीं प्रिया भारतीय एवं किरण कुमारी जीएनएम से संबंधित कार्य कर रही थी. साथ ही प्रिया भारती के द्वारा ड्रेस कोड का अनुपालन नहीं करने पर उसे भी सिविल सर्जन के द्वारा डांट फटकार लगाया गया। निरीक्षण के दौरान तेघरा अस्पताल में हीमोग्लोबिन एवं ब्लड शुगर जांच की व्यवस्था उपलब्ध थी. लेकिन इसस्ट्रिप नहीं रहने के कारण जांच का कार्य धीमी ह रहा था। सिविल सर्जन के द्वारा डाक्टरों को निर्देश दिया गया कि रात्रि कालीन में भी सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ किया जाय। ताकि रात्रि कालीन में किसी भी मरीज को अस्पताल में बेहतर सुविधा प्रदान हो सके ।निरीक्षण के समय तेघरा अस्पताल में अन्य व्यवस्था अच्छी थी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरौनी में दो गर्भवती माता का प्रसव हो रहा था।भरती मरीज से पूछे जाने पर बताया गया कि किसी भी मरीज के द्वारा प्रसव के दौरान किसी प्रकार की राशि नहीं ली गई है।दोनों अस्पतालों में मरीज के द्वारा संतुष्टि बताई गई।