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भीम संसद में शामिल होकर दलित विरोधी मोदी सरकार को केंद्र की गद्दी से अपदस्थ करने का संकल्प लें – उमेश सिंह कुशवाहा

पटना शनिवार को जनता दल (यू0) की ओर से मुजफ्फरपुर जिला के साहेबगंज विधानसभा में एक दिवसीय जननायक कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पार्टी के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मंगनी लाल मंडल, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती भारती मेहता, श्री राम बाबू कुशवाहा, श्री नरेंद्र पटेल, श्री अरुण पटेल, श्री मुर्तज़ा अली कैसर, प्रो0 शब्बीर अहमद, श्री शैलेश कुमार, श्री चन्द्रिका साहू, श्री सौरव कुमार साहेब, श्री सोनी तिवारी, श्री हरिवंश कुमार सिंह, श्री सुबोध शंकर कुमार, श्री पप्पू कुमार आज़ाद समेत पार्टी कई वरिष्ठ पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वंचित औऱ शोषित समाज को उनका वाजिब अधिकार सुनिश्चित कराने हेतु आरक्षण के दायरे में बढ़ोतरी का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि देश में श्री नीतीश कुमार से बड़ा दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज का कोई हितैषी नहीं है। श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि जिस प्रकार जननायक कर्पूरी ठाकुर सदैव शोषित और कमजोर तबको के उत्थान के लिए चिंतित रहते थे उसी प्रकार श्री नीतीश कुमार भी असहाय वर्गों के लिए हमेशा फिक्रमंद रहते हैं। आरक्षण में बढ़ोतरी से विकास की मुख्य धारा से दरकिनार हो चुका समाज आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक रूप से सशक्त होगा। बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए सभी वर्गों सशक्तिकरण जरूरी है। श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि भाजपा जातीय गणना के कार्य में बाधा उत्पन्न करने का पूरी जोड़ प्रयास कर रही थी। शोषित एवं वंचित वर्गों को उनका हक ना मिले यही भाजपा की कोशिश रहती है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कई लुभावने वादे कर जनता से वोट लिया था लेकिन 9 वर्ष पूरे होने के बाद भी उन वादों का कुछ नहीं हुआ। महंगाई और आज बेरोजगारी चरम सीमा पर है। किसान, नौजवान और व्यवसायी वर्ग मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों से परेशान है। मोदी सरकार का सबका साथ और सबका विकास का नारा पूरी तरह से जुमला साबित हुआ। श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद देश की संवैधानिक और लोकतांत्रिक बुनियादें है कमजोर हुई है। भाजपा द्वारा सरकारी एजेंसी का दुरुपयोग अपने राजनीतिक हित को साधने के लिए हो रहा है। आपातकाल से भी बुरे दौर से आज हमारा देश गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि  जो सरकार देश के जनता की समस्याओं को दूर नहीं कर सकती उसे सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। भाजपा द्वारा जनता को गुमराह करने का प्रयास 2024 में सफल नहीं होगा। हम सभी को एकजुट होकर प्रत्येक मतदाताओं को जागरूक करना है और भाजपा को 2024 में केंद्र की सत्ता से उतार फेंकने  करने का संकल्प लेना है। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने केंद्र सरकार के पिछड़ा एवं दलित विरोधी चेहरे को बेनकाब करने हेतु 26 नवंबर को पटना के वेटनरी कॉलेज में पार्टी द्वारा आयोजित भीम संसद एवं सम्मान समारोह में अधिक संख्या में शामिल होने के लिए आम जनता से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भीम संसद कार्यक्रम के माध्यम हम दलित विरोधी केंद्र सरकार को दिल्ली की सत्ता से उखाड़ फेंकने संकल्प लेंगे। दलितों व पिछडों की हकमारी अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी। भाजपा आरक्षण को खत्म करना चाहती है। डॉ0 भीमराव अंबेडकर के संविधान को मिटाना चाहती है। हम सभी को भाजपा के इस मानसिकता के खिलाफ मिलकर लड़ना है।

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