बाॅलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता कुछ साल पहले मी टू कैंपेन के चलते सुर्खियों में आई थीं। उन्होंने नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। दोनों ने फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज’ में साथ काम किया था। मी टू अभियान के फिर से सुर्खियों में आने का कारण यह है कि हेमा कमेटी की रिपोर्ट में मलयालम सिने इंडस्ट्री में कई अभिनेत्रियों और अभिनेताओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इस दौरान तनुश्री दत्ता ने इस मौके पर हाल ही में एक इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने खुलासा किया कि उनके पास छह साल से कोई नौकरी नहीं है।
मी टू कैंपेन को छह साल बीत चुके हैं। क्या इसका उद्योग जगत पर कोई सकारात्मक प्रभाव पड़ा है? इस बारे में तनुश्री ने एक इंटरव्यू में कहा, “कोई नतीजा नहीं निकला। उल्टे मी टू मामले की वजह से मुझे काम मिलना बंद हो गया। दिसंबर 2018 में मुझे एक बड़े प्रोड्यूसर ने फिल्म ऑफर की थी। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में बनाई हैं, लेकिन उनके डायरेक्टर पर मीटू का आरोप लगा। इसलिए मैंने तुरंत मना कर दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “अब सोचिए कि हारा कौन है। वह मैं हूं। क्योंकि मैंने लंबे समय से फिल्मों में काम नहीं किया है। अब मैं सिर्फ इवेंट और ब्रांड एंडोर्समेंट कर रही हूं। मैं किसी फिल्म आधारित फिल्म में मुख्य भूमिका निभाना चाहती हूं।” महिला सशक्तीकरण पर। लेकिन मीटू के समय मैंने वह ऑफर भी ठुकरा दिया। कुछ सालों बाद ऐसा ही हुआ, मैंने कुछ अच्छे प्रोजेक्ट साइन किए थे, लेकिन मुझे जानबूझकर निशाना बनाया गया और मुझे बहुत नुकसान हुआ।”
मी टू कैंपेन के दौरान नाना पाटेकर, साजिद खान, आलोक नाथ समेत कुछ कलाकारों पर आरोप लगे थे। कुछ सालों तक इंडस्ट्री मीटू के आरोपों से हिल गई थी। लेकिन बाद में ये मामला शांत हो गया।