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स्मार्ट प्रीपेड मीटर को ले कर विद्युत भवन में कार्यशाला का आयोजन

स्मार्ट प्रीपेड मीटर के बारे में सही जानकारी से ही दूर होगी गलत अवधारणाएं :श्री पंकज कुमार पाल

•जागरूकता अभियान के लिए सरपंच, मुखिया, और स्थानीय कलाकारों की मदद लें

•बिलिंग प्रक्रिया में सुधार और उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित समाधान जरूरी

•स्मार्ट प्रीपेड मीटर को ले कर विद्युत भवन में कार्यशाला का आयोजन, सीएमडी ने मिशन मोड में इंस्टालेशन करने का दिया निर्देश

पटना, 20 सितंबर 2024।”स्मार्ट प्रीपेड मीटर के संदर्भ में व्याप्त भ्रांतियां को दूर करने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलते रहना जरूरी है। ऐसा करके ही हम उपभोक्ताओं के माइंडसेट को बदल सकते हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध गलत अवधारणाओं की वजह से हो रहा है। यदि उपभोक्ताओं तक सही जानकारी पहुंचेगी तो उनकी गलत अवधारणाएं स्वत: दूर होती चली जाएंगी और स्मार्ट प्रीपेड मीटर के इंस्टॉलेशन में आने वाली अड़चनें समाप्त हो जाएंगी।” ये बातें ऊर्जा विभाग के सचिव सह बीएसपीएचसीएल के सीएमडी श्री पंकज कुमार पाल ने विद्युत भवन में स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर आयोजित एक कार्यशाला के दौरान दोनों वितरण कंपनियों के निदेशकों, विभिन्न सर्कल से आए हुए विद्युत अधीक्षण अभियंताओं, विद्युत कार्यपालक अभियंताओं वह अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही।

श्री पाल ने जोर देते हुए कहा कि सभी अधीक्षण अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से स्मार्ट प्रीपेड मीटर का इंस्टॉलेशन करना है। उन्होंने सभी अभियंताओं को स्थानीय जन प्रतिनिधियों के घरों में स्मार्ट मीटर इंस्टॉल करने का निर्देश दिया। ऐसा करने से सकारात्मक संदेश उपभोक्ताओं के बीच में जाएगा। उपभोक्ताओं को समझाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी मदद लें।

उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भवनों में 30 नवंबर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगना अनिवार्य है, अन्यथा 1 दिसंबर से बिजली काट दी जाएगी। इसलिए अपने-अपने क्षेत्र के सभी सरकारी भवनों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाने पर विद्युत अधीक्षण अभियंता खास ध्यान दें। सरकारी भवनों में पुराने मीटर और नए स्मार्ट प्रीपेड मीटर को इंस्टॉल करके लोगों को दिखाएं कि बिलिंग को लेकर के दोनों में कोई फर्क नहीं है।

उन्होंने कहा कि आप सभी लोगों की कोशिशों का ही नतीजा है कि अब तक पूरे बिहार में 50 लाख के करीब स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग चुके हैं। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है, और कोशिश करने की जरूरत है। जिन क्षेत्रों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर के विरोध हो रहा है उन पर खास ध्यान देने की जरूरत है। जरूरत पड़ने पर जिला प्रशासन से भी बेहिचक मदद लिया जाना चाहिए। स्मार्ट प्रीपेड मीटर के इंस्टॉलेशन के दौरान यदि कहीं हिंसा होती है तो तुरंत पुलिस प्रशासन को सूचित करना चाहिए यदि कार्रवाई नहीं होती है तो फिर तुरंत मुझसे संपर्क करें। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यालय स्तर से हर संभव सहयोग फील्ड इंजीनियरों को दी जाएगी।

आईईसी (इन्फॉर्मेशन, एजुकेशन, कैंपेन) कार्यों पर जोर देते हुए श्री पाल ने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता लाने के लिए प्रचार माध्यमों के हर संसाधन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए सरपंच, मुखिया एवं स्थानीय कलाकारों की मदद लें। बैनर पोस्टर, पंपलेट, ई रिक्शा के माध्यम से लोगों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर के विषय में जागरूक करें।

श्री पाल ने आगे कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टॉलेशन में तेजी लाने के साथ-साथ बिलिंग प्रक्रिया में सुधार की कार्रवाई को भी तेज करने की जरूरत है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर के प्रति रिफ्यूजल को रोकने के लिए सीएमडी श्री पाल ने सभी अभियंताओं को बिल संबंधित शिकायतों का जल्द से जल्द निवारण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आदेशानुसार प्रत्येक कार्यालय में हर मंगलवार व शुक्रवार और महीने के हर दूसरे शनिवार को अभियंताओं को उपस्थित रह कर कैंप के माध्यम से उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित समाधान करना है। बिल त्रुटि को ठीक कर उन्हें स्मार्ट मीटर के फायदों के विषय में भी बताना है।

श्री पाल ने वहां उपस्थित अभियंताओं से ग्राउंड पर आ रही चुनौतियों एवं समस्याओं के विषय में भी पूछा एवं सभी को आश्वस्त किया कि इन सभी का समाधान कर दिया जायेगा। उन्होंने वहां उपस्थित दोनों डिस्कॉम के निदेशकों को निर्देश दिया कि डिवीजन स्तर पर स्मार्ट मीटर संबंधित तकनीकी ट्रेनिंग दें ताकि वे इंस्टालेशन के कार्य को बेहतर ढंग व तय समय सीमा के अंदर पूरा कर सकें।

उन्होंने सभी अभियंताओं से उनके क्षेत्र में आवश्यक संरचना सुदृढ़ीकरण हेतु सुझाव भेजने को कहा है। साथ ही मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना के अंतर्गत कनेक्शन देने के कार्य में तेजी लाने को कहा। उन्होंने कहा कि मार्च 2025 तक इस योजना के अंतर्गत 2 लाख से अधिक पंप कनेक्शन दिए जाने हैं, इसमें 1 लाख कनेक्शन देने हेतु सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है।

अंत में उन्होंने अभियंताओं को उनके कार्य के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हम अब हर घर बिजली पहुंचा चुके हैं, और अब हमें गुणवत्तापूर्ण निर्बाध बिजली पहुंचाने की दिशा में साथ काम करना है।

एसबीपीडीसीएल के श्री विजय कुमार (डायरेक्टर ऑपरेशन), श्री दीपक कुमार (डायरेक्टर, प्रोजेक्ट), श्री पुरुषोत्तम कुमार (मुख्य अभियंता, कमर्शियल); एनबीडीसीएल के श्री नसीम इकबाल (डायरेक्टर ऑपरेशन), श्री आई सी यादव (डायरेक्टर प्रोजेक्ट), श्री दीपक कुमार (मुख्य अभियंता, कमर्शियल) द्वारा सभी विद्युत अधीक्षण अभियंता (आपूर्ति व एसटीएफ), सभी अचल के वरीय प्रबंधक (राजस्व), कार्यपालक अभियंता (आपूर्ति), सहायक अभियंता(राजस्व), सभी प्रमंडल के राजस्व पदाधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई।

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