• 5 सितंबर 2024 से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के 6 जिलों में डायल 112 की नई सेवा ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ की हुई है शुरुआत
• 15 सितंबर से प्रदेशभर की महिलाओं को डायल 112 के माध्यम से इस नई सुविधा का मिलेगा लाभ
• इस प्रकार की 24X7 नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराने वाला देश का तीसरा राज्य बना बिहार
आज 05.09.2024 को पटना स्थित ERSS के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पुलिस महानिदेशक, बिहार श्री आलोक राज ने नागरिक केन्द्रित सेवाओं के अंतर्गत डायल 112 में जुड़ी नई सेवा ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ का शुभारंभ किया। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के 6 जिले पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय एवं नालन्दा में इस नई सुविधा की शुरुआत की गई। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, (तकनीकी एवं वितंतु सेवाएं), बिहार, श्री निर्मल कुमार आजाद एवं अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी उपस्थित रहे।
इस सुविधा का शुभारंभ करते हुए पुलिस महानिदेशक, बिहार ने बताया कि 15 सितंबर 2024 से प्रदेशभर की महिलाओं को ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ का लाभ मिलेगा। महिलाओं के सफर पर बिहार पुलिस की 24X7 निगरानी रहेगी, जो पूरी तरह से नि:शुल्क है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार सरकार के दिशा-निर्देश पर बिहार पुलिस द्वारा यह नई पहल की गई है। इस सेवा का मुख्य उद्देश्य कॉलेज जाने वाली लड़कियों, काम पर जाने वाली महिलाओं और बच्चियों के अंदर आत्मविश्वास लाना है। साथ ही महिलाएं जब भी घर से बाहर कहीं भी निकलती हैं, तो वे पुलिस की सहायता से अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच सकें।
यात्रा के दौरान असुरक्षित महसूस होने पर डायल करें 112, पूरी यात्रा के दौरान कॉन्टैक्ट में रहेगी बिहार पुलिस, हर 15 मिनट पर लिया जाएगा फीडबैक
• प्रदेश की महिलाएं जब भी अपने घर से बाहर यात्रा के दौरान असुरक्षित महसूस करती हैं, तो वे 112 पर कॉल कर सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
• महिला यात्री से बेसिक जानकारी लेने के बाद उनकी पूरी यात्रा को डिजिटली मॉनिटर किया जाएगा।
• डायल 112 टीम के द्वारा महिला यात्री को एक सीक्रेट कोड दिया जाएगा और गंतव्य स्थान पर पहुंचने तक हर 15 मिनट के नियमित अंतराल पर डायल 112 की टीम उक्त महिला की सुरक्षा का जायजा लेती रहेगी।
• इस दौरान अगर उक्त महिला किसी तरह की चिंता व्यक्त करती है या फिर डायल 112 की टीम द्वारा उन्हें की जा रही कॉल का वह तुरंत उत्तर नहीं दे पाती हैं, तो डायल 112 की ERV (इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल) गाड़ी/थानों की गाड़ी की सहायता से उन तक तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ के अवसर पर महिलाओं का आवागमन बढ़ जाता है। पर्व-त्योहारों की खरीदारी को लेकर महिलाएं देर रात्रि तक यात्रा करती हैं। ऐसे में आगामी त्योहारों को देखते हुए बिहार पुलिस की ओर से राज्य की महिलाओं के लिए ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि वह अपने घर के बाहर भी सुरक्षित महसूस करने के साथ-साथ हर्षोल्लास के साथ त्योहार मना सकें।