गोरखपुर 10 फरवरी, 2024ः यांत्रिक कारखाना ,गोरखपुर इंटरनेशनल रेलवे इंडस्ट्री स्टैंडर्ड प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला भारतीय रेल का प्रथम कारखाना बना।यांत्रिक कारखाना, गोरखपुर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाली यूरोपीय रेल संघ यूनिफ की ओर से इंटरनेशनल रेलवे इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (आई.आर.आइ.एस.) आई.एस.ओ/टी.एस. 22163ः2017 सर्टिफिकेट डी.क्यू.एस. जर्मनी के प्रतिनिधि द्वारा प्रमुख यांत्रिक इंजीनियर श्री एम. के. अग्रवाल की उपस्थिति में प्रदान किया गया ।
इसके लिए मुख्य कारखाना प्रबंधक श्री डी.के. खरे ने भारतीय रेल के सभी कारखानों में पहला प्रमाण पत्र प्राप्त करने में शामिल सभी इंजीनियरो एवं कर्मचारियों के कडी मेहनत एवं लगन के लिए शुभकामनाएं दी। वह बताते हैं कि विश्व में 2277 कंपनी ही प्रमाण पत्र प्राप्त कर चुकी है जिसमें से 163 भारतीय कंपनी को मिला है भारतीय रेल के सभी कारखाने में पहला कारखाना बना। इस प्रमाण पत्र को प्राप्त करने के लिए डी.क्यू.एस जर्मनी की भारत में बेंगलुरू स्थित शाखा पिछले करीब 6 माह से कारखाने में कोच अनुरक्षण कार्य के गुणवत्ता एवं कामकाज की निगरानी कर रही थी सभी मापदंडों का मूल्यांकन करने के बाद प्रमाण पत्र के लिए संस्तुति प्रदान करने के उपरांत यूनिफी संघ के द्वारा प्रमाण पत्र के लिए चयनित हुई इस प्रमाण पत्र के लिए यूनिफी ने 10 मानक तय कर रखे थे जिसमें कोच अनुरक्षण, प्रोजेक्ट, गुणवत्ता प्रक्रिया, कास्ट ,निरीक्षण एवं कस्टमर कंप्लेंट इत्यादि के प्रबंधन एवं दक्षता को गहन रूप से मूल्यांकन किया जाता है इसमें यह भी देखा जाता है कि उपभोक्ताओं की क्या उम्मीदें हैं जिसके लिए हर माह निर्धारित प्रोफार्मा पर कोच दक्षता वह गुणवत्ता के लिए उनकी फीडबैक लिया जाता है। इस महत्वपूर्ण गौरव उपलब्धि प्राप्त होने के उपरांत पूर्वोत्तर रेलवे में स्थित यांत्रिक कारखाना ,गोरखपुर का भारतीय रेल में कोच अनुरक्षण की गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के एक अलग पहचान व मील का पत्थर साबित होगी।