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मधुबनी एक बार फिर किंग मेकर साबित हुए गुलाब यादव अपने पुत्री का सीट बचाने में रहे कामयाब

सियासी गम गामी के बीच मधुबनी जिला परिषद अध्यक्ष पर लगे अविश्वास प्रस्ताव आज सदस्यों की संख्या पूरा नहीं होने के कारण खारिज हो गई। इसको लेकर डीआरडीए सभागार में दिनभर काफी चहल-पहल देखा गया। वहीं सुरक्षा व्यवस्था के मध्य नजर  काफी संख्या में पुलिस बल की नियुक्ति कर दी गई थी। मगर कोरम के अभाव में अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। कल 27 सदस्यों की उपस्थिति रही जबकि 29 सदस्य अनुउपस्थित रहे । प्रस्ताव लाने के लिए आगे से अधिक मतों की आवश्यकता होती है।  कहा जाता है कि चुनाव में पैसों का काफी बड़े स्तर पर खेल हुआ। नाम न  छापने की शर्त पर एक जिला पार्षद ने बताया की विरोधी खेमा पूरी तरह एकजुट था मगर प्रशांत किशोर की टीम ने अध्यक्ष पद के लिए पुराने प्रत्याशी सईदा बानो को  उम्मीदवार बनाने के लिए प्रयासरत था। जिसके बाद सहमति नहीं बनी और कुछ सदस्य वहां से निकल गए।  यही कारण है अविश्वास खारिज हो गया। वही राजद के वरिष्ठ नेता राजकुमार यादव की पत्नी के भी उम्मीदवार बनाने की चर्चा जोरोंपर थी। वही जीत के बाद बिंदु गुलाब यादव के हजारों समर्थक बैंड बाजे के साथ की शक्ल में डीआरडीए सभागार में पहुंच गए। वह इस पर प्रतिक्रिया देते पूर्व विधायक गुलाब यादव ने कहा की जो लोग मेरे बच्चे से नहीं लड़ सकते हैं वह मुझसे क्या लड़ेंगे। विपक्षी का मंसूबा फेल हो गया और एक बार जिला परिषद के सदस्यों ने साबित कर दिया कि उनका पूरा समर्थन मेरी पुत्री बिंदु गुलाब के साथ है। अविश्वास प्रस्ताव खड़ी होने के बाद विपक्षी खेमा एक-एक कर वहां से निकल गए। 19 तारीख को उपाध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक आयोजित की गई है।

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